मेरठ 19 सितंबर (प्र)। एसटीएफ ने अग्निवीर परीक्षा के मेडिकल में पास कराने के नाम पर वसूली करने वाले दो फर्जी आर्मी अफसर पकड़े हैं, जो अभ्यर्थियों से दो लाख तक की रकम वसूल रहे थे। उनका तीसरा साथी फरार हो गया। मेरठ क्षेत्र में उनके लिए अभ्यर्थियों की तलाश सरधना के गांव छुर का रहने वाला धर्मेंद्र उर्फ धन्नू हाल निवासी वृंदावन गार्डन सिवाया टोल प्लाजा करता है। धर्मेंद्र की धरपकड़ के लिए टीम काम कर रही है।
पुलिस लाइन में गुरुवार को एसटीएफ के एएसपी बृजेश सिंह ने बताया कि एसटीएफ को जानकारी मिली कि अग्निवीर भर्ती परीक्षा के मेडिकल में पास कराने के नाम पर अभ्यर्थियों से रकम वसूली जा रही है। एसटीएफ की टीम ने गुरुवार शाम कार सवार नरेश कुमार पुत्र जिले सिंह निवासी गांव बिटावदा थाना बुढ़ाना और सचिन कुमार पुत्र सुरेशपाल निवासी गांव काकडा थाना शाहपुर मुजफरनगर को सदर बाजार थाना क्षेत्र में सैनिक अस्पताल के पास से पकड़ लिया। उनकी तलाशी लेने के बाद कई अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड बरामद हुए। पूछताछ में दोनों ने बताया कि उनके पास अभ्यर्थियों को धर्मेंद्र लाता था। दोनों फर्जी आर्मी अफसर बनकर उनसे मिलते थे। उनके पास से आर्य कुमार त्यागी का आर्मी भर्ती दिल्ली का एडमिट कार्ड और शिवम, अंकित, नोरम, विजय कुमार के एडमिट कार्ड दो फर्जी आर्मी रबर स्टाम्प, दो आर्मी एडमिट कार्ड, एक मार्कशीट, अभ्यर्थियों के विवरण से संबंधित दो हस्तलिखित पेपर, दो मोबाइल फोन, एक ऑल्टो कार और 4,000 रुपये नकद बरामद हुए हैं। आरोपितों ने बताया कि अभ्यर्थियों को यह कहकर फांसते थे कि सैनिक अस्पताल के चिकित्सक उनके अधीन हैं। उनके कब्जे से चिकित्सकों की फर्जी मुहर भी बरामद हुई हैं।
आरोपित सचिन और नरेश तीन साल से सेना और पुलिस में भर्ती कराने के नाम पर अभ्यर्थियों से ठगी कर रहे थे। क्षेत्र के काफी लोगों से रकम वसूली कर चुके हैं, जो अभ्यर्थी खुद पास हो जाते थे, उनकी रकम रख लेते थे। बाकी अभ्यर्थियों की रकम वापस कर देते थे। इस समय करीब 50 अभ्यर्थी इनके संपर्क में थे। इस पूरे गिरोह की पड़ताल के लिए आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। फिलहाल एटीएफ ने तीनों आरोपितों के खिलाफ सदर बाजार थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। फरार धर्मेंद्र की तलाश को भी दबिश दी जा रही है।
