मेरठ 29 जून (प्र)। शोभित विश्वविद्यालय के प्रांगण में शुक्रवार को 15वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेन्द्र ने की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द, सविता कोविन्द ने शिरकत की। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में डा. ब्रेन ओ डोनेल, जैक सिम ज्यूक वाह, नाइस सोसायटी के अध्यक्ष डा. शोभित कुमार शामिल हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
शोभित विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. विनोद त्यागी ने अतिथियों का स्वागत किया और विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. विनोद त्यागी ने सभी उपाधि प्राप्तकर्ताओं को दीक्षा की शपथ दिलाई। दीक्षांत समारोह के दौरान पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले 39 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। जिनमें 15 छात्र और 24 छात्राएं शामिल रहीं। कार्यक्रम में पीएचडी के 98 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई, जिसमें 39 छात्र और 59 छात्राएं शामिल हैं। साथ ही 638 स्नातक और स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं को भी डिग्री प्रदान की गई, जिनमें 393 छात्र और 245 छात्राएं शामिल रहीं।
देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शोभित विवि के दीक्षांत सामारोह में अपने जीवन के अनुभव को साझा किया। उन्होंने कहा कि जीवन में विन्रमता एक ऐसा माध्यम है, जिससे आप तरक्की कर सकते हो, उन्होंने राष्ट्रीय गान पर कहा कि उनकी सलाह है कि शोभित विवि में राष्ट्रगान मुंह से बोलकर गाया जाए। बैंड की ध्वनि से नहीं गाया जाना चाहिए, हम विदेशों में राष्ट्रगान की तेज आवाज होती है।
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने संबोधन में कहा कि आज हम बहुत ही महत्वपूर्ण सम्मेलन में सम्मिलित हुए है। उन्होंने उपाधि प्राप्तकर्ताओं को आशीर्वाद देते हुए कहा कि आपकी यह सफलता सामूहिक प्रयास का नतीजा है। उन्होंने कहा कि 39 स्वर्ण पदक में से 24 हमारी बेटियों ने प्राप्त किए हैं, ये जान कर बहुत गर्व हुआ। रामनाथ कोविंद ने कहा कि महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना चाहिए तभी देश को आगे बढ़ाया जा सकता है। वर्तमान में हमारी बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। पहले जहां ये भागीदारी सिर्फ 5 प्रतिशत थी अब बढ़कर 10 प्रतिशत हो गयी है।
राष्ट्रगान देश की अखंडता को बनाए रखना मूल मंत्र है। एक छात्र की सफलता के पीछे अनेकों लोगों की सफलता होती है। शोभित विवि में जिन लोगों को गोल्ड मेडल मिले हैं इसके लिए उन्होने स्वयं आग्रह किया उनके साथ ग्रुप फोटो खिंचवाया जाए। देश में लगभग 150 यूनिवर्सिटी और इंस्टीट्यूट है। उनके दीक्षांत समारोह में अधिकतर शामिल हुए हैं। जिसमें बेटियों ने सबसे ज्यादा बाजी मारी है। इसलिए सोसाइटी से भी जुड़कर रहना चाहिए और सोसाइटी का भी योगदान अहम् होती है।
शोभित विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता कर रहे कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में मुख्य अतिथि 14वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द, सविता कोविन्द एवं स्वाति कोविन्द का आभार प्रकट किया। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अपना मार्गदर्शक बताते हुए कहा कि आज मैं न सिर्फ गर्वित हूं, बल्कि सम्मानित हूं और अभिभूत हूं। सभी डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए उन्होंने कहा कि आज जब आपकी दीक्षा का अंत होने जा रहा है तो आज पूर्व राष्ट्रपति की उपस्थिति से अच्छा क्या हो सकता है।
शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा के द्वारा आत्मबल और आत्मविश्वास बढ़ता है। इसलिए 24 घंटे कुछ नया करने की इच्छा साथ रखो। जब बालक छोटा होता है तब वो अनेक सपने देखता है और उन सपनों को साकार कराने का काम आप सभी के अभिभावक करते हैं, मैं सभी अभिभावकों को भी धन्यवाद करता हूं। उन्होंने विशिष्ट उपाधि प्राप्तकर्ता शजैक सिम और डा. ब्रेन ओ डोनेल को भी बधाई दी। अंत में विश्वविद्यालय के संरक्षक एवं नाइस सोसायटी ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. शोभित कुमार ने मुख्य अतिथि व रामनाथ कोविंद को स्मृति चिन्ह भेंट किया।
इनको मिली पीएचडी की उपाधि
मैथमेटिक्स में सानिध्य दुबे, शमशाद हुसैन, देवेंद्र कुमार, रीना अग्रवाल, फिजिक्स में संजीव जैन, एनवायरनमेंटल साइंस में मूवीन कुमार और अफीफा खान, इंग्लिश में निशा, बायोटेक्नोलॉजी में रिन्नी शेरावत, छवि गोयल, ज्योत्सना कुशवाहा, माइक्रोबायोलॉजी में ज्योत्सना सिंह, हिरानी, प्रिया, राजेश मिश्रा, अमित बंगा, रजनी, बायोमेडिकल इंजीनियरिंग में अब्दुल्हकिम उमर तारो, फूड टेक्नोलॉजी में अनुराग, शिखा शर्मा, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में प्रदीप कुमार, उत्कर्ष पुंडीर, शुभम कुमार, आशीष दीक्षित, हिमांशु, दीप्ति वार्ष्णेय, हर्ष, सुषमा मलिक, इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में अनुभव कुमार, नवनीत शर्मा, पंकज झा, नेहा जैन, मैनेजमेंट में आकृति धीमान,रवीना प्रधान, आकर्ष अग्रवाल, गौरव सिसोदिया, विकास त्यागी, मनीष रंजन, स्वेता गौर, उपदेश गुप्ता, उपासना गुप्ता, अशोक सहाय, नितिन तोमर, हिलाल अली, महेश चंद्र शर्मा, सुनील चौबे, मोनिका शर्मा, रितु अग्रवाल, साइकोलॉजी में दीपशिखा टोंक, बाजीराव पाटिल, वर्तिका विश्नोई, पल्लवी रस्तोगी, आयुषी गुप्ता जय शुक्ला, लॉ में नरेंद्र कुमार अरोड़ा, पूनम त्यागी, विनीत कुमार मलिक, रविन्द्र सैनी, पल्लवी शर्मा, हृदय वीर, अंजुम सक्सेना, शुभम शर्मा, एजुकेशन में शिल्पी गुप्ता, मीतू गर्ग, नीलम सिंह, भावना गुप्ता, मंजू, सुशील कुमार, नीरू सिंह, श्वेता शर्मा।
दीक्षांत समारोह में शोभित विश्वविद्यालय द्वारा विशिष्ट अतिथि जैक सिम, वर्ल्ड टॉयलेट आॅर्गेनाइजेशन, सिंगापुर के संस्थापक को सैनिटाइजेशन के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य के लिए डॉक्टर आॅफ लिटरेचर तथा ब्रायन ओडोनिल, मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ सेंटर फॉर पेवमेंट एक्सीलेंस, एशिया पेसिफिक लिमिटेड, आॅस्ट्रेलिया को अपशिष्ट से ऊर्जा और सड़क स्थिरीकरण के क्षेत्र में किए गए विशिष्ट कार्य के लिए डॉक्टर आॅफ साइंस की मानद उपाधि मुख्य अतिथि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के द्वारा प्रदान की गई।