मेरठ 06 जुलाई (प्र)। लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद भाजपा ने संगठन को नए सिरे से धार देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकान्त बाजपेयी को लगातार दूसरी बार झारखंड राज्य का पार्टी प्रभारी बनाया गया है, जहां इस वर्ष के अंत तक विधानसभा चुनाव होंगे। वहीं, ओड़िशा में भाजपा ने पहली बार प्रदेश सरकार बनाने में सफलता प्राप्त की, जहां पूर्व राज्यसभा सदस्य विजयपाल तोमर को दोबारा प्रभारी बनाया गया है।
मेरठ निवासी डा. लक्ष्मीकान्त बाजपेयी एवं विजयपाल तोमर के पास लंबा राजनीतिक एवं सांगठनिक अनुभव है। डा. लक्ष्मीकान्त बाजपेयी 2012 से 2016 तक उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रहे, जिस दौरान पार्टी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में 80 में रिकार्ड 71 सीटों पर जीत दर्ज की थी। उनका लंबा अनुभव देखते हुए भाजपा ने उन्हें झारखंड राज्य का प्रभारी और बाद में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया। डा. बाजपेयी ने कई बार राज्य का दौरा कर संगठन में समन्वय बनाया। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को झारखंड में बेशक दो सीटों का नुकसान हुआ, लेकिन 82 में से 51 विधानसभा सीटों पर बढ़त मिली। राज्य में इस साल के अंत तक चुनाव देखते हुए उन्हें झारखंड का दोबारा प्रभारी बनाकर बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की पृष्ठभूमि से निकलकर बाद में पूर्व प्रधानमंत्री चौ. चरण सिंह के साथ रहे विजयपाल तोमर 1998 में भाजपा में शामिल हुए। उन्हें बागपत का चुनाव प्रभारी बनाया गया, जहां सोमपाल शास्त्री के रूप में पहली बार भाजपा जीती। विजयपाल तोमर को भाजपा ने मार्च 2018 में राज्यसभा भेजा । इससे पहले वह भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश व राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्होंने संसद में भी किसानों को लेकर सरकार का खूब पक्ष रखा। पार्टी ने विजयपाल तोमर ने 2021 में ओडिशा का सह- प्रदेश प्रभारी बनाया। बाद में लो चुनाव में उन्हें प्रभारी बनाया। पहली बार ओडिशा में 21 में 20 सांसद जीते, जबकि प्रदेश में पहली बार भाजपा की सरकार बन गई। पार्टी ने लकी मानते हुए दोबारा राज्य का प्रभार दे दिया।