Monday, November 24

जहां पेड़ कटे उस 62 किमी हिस्से में होगा पौधारोपण, खड़ंजे को समायोजित कर बनाई जाएगी गंगनहर पटरी

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मेरठ 17 मार्च (प्र)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट व तीन राज्यों दिल्ली, उप्र व उत्तराखंड को जोड़ने वाले चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी मार्ग के निर्माण में शासन ने अहम निर्णय लिया है। गंगनहर पटरी के निर्माण से पहले बड़ी संख्या में पेड़ कटने के बाद मचे हंगामे ने गंगनहर पटरी के अलाइनमेंट की दिशा को बदल दिया है। गंगनहर के डोले से 7.5 मीटर के बजाय सड़क का निर्माण अब दो मीटर की दूरी पर होगा।

मुजफ्फरनगर से मेरठ होते हुए मुरादनगर तक चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी मार्ग की लंबाई 111.49 किमी है। शासन ने इसे अक्टूबर 2020 में स्वीकृत किया था। इसकी लागत 628.74 करोड़ रखी गई थी, लेकिन समय बढ़ने के साथ ही इसकी लागत में भी वृद्धि होकर 701 करोड़ पहुंच गई, लेकिन अब एनजीटी में मामला पहुंचने के बाद पेड़ कटान पर रोक लग गई है।

एनजीटी की सुनवाई से पहले 62 किमी में 17,446 पेड़ कट चुके थे, जो 1.12 लाख कटने थे। लेकिन अब पेड़ कटान नहीं होगा। केवल पेड़ कटान ही नहीं रोका गया, बल्कि बल्कि जिस 62 किमी में पेड़ कट चुके, वहां भी पौधारोपण किया जाएगा। वर्तमान में कांवड़ पटरी मार्ग के दायीं ओर (मुजफ्फरनगर से मुरादनगर की तरफ चलने पर ) खड़ंजा बना हुआ है, जिसको समायोजित करते हुए सात मीटर की काली सड़क का निर्माण होगा। इस प्रकार पेड़ कटान की संख्या कम होने
पर प्रोजेक्ट की लागत भी 36 करोड़ घटकर 665 करोड़ आंकी गई है। रिवाइज्ड की गई प्रोजेक्ट की लागत को शीघ्र ही शासन से स्वीकृति मिलने की संभावना है।

सरधना विधायक ने उठाया था पेड़ कटान का मामला : सरधना से सपा विधायक अतुल प्रधान ने पिछले वर्ष जुलाई में विधानसभा में पेड़ कटान में अनियमितता बरतने व भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि गाजियाबाद, मेरठ और मुजफ्फरनगर में 1,12,722 पेड़ों का कटान करने की अनुमति प्रदान की गई। साथ ही 20 मीटर चौड़ाई में पेड़ों का कटान किया जाना था, लेकिन अधिकारियों ने भ्रष्टाचार कर 35 से 40 मीटर तक पेड़ों का कटान कर दिया। विधायक ने जांच कराकर कार्रवाई की मांग की थी। यह मामला एनजीटी के सामने भी रखा गया। आठ अगस्त 2024 को मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया था। उसके बाद पेड़ कटान पर रोक लग गई।

कांवड़ पटरी मार्ग पर एक नजर
नाम : चौधरी चरण सिंह कांवड़ गंगनहर पटरी मार्ग
लागत : 701 करोड़ से घटकर लागत 665 करोड़ (डीपीआर रिवाइज्ड होने के बाद )
लंबाई: 111.49 किमी (मुरादनगर से मेरठ होते हुए मुजफ्फरनगर तक तीनों जिलों में)
डबल लेन सड़क की चौड़ाई: सात मीटर
शासन से स्वीकृत : अक्टूबर 2020

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