Monday, July 7

वेलेंटिस कैंसर अस्पताल निदेशक से 2.16 करोड़ की ठगी करने वाले दो गिरफ्तार

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मेरठ 11 अप्रैल (प्र)। वेलेंटिस कैंसर हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. अमित जैन को पुरानी सीटी स्कैन मशीन बेचने के नाम पर 2.16 करोड़ की ठगी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने महाराष्ट्र के नागपुर से गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर मेरठ लेकर आई। बृहस्पतिवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

गंगानगर थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट में डॉ. अमित जैन ने बताया था कि वेलेंटिस कैंसर सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड का पंजीकृत कार्यालय साइबर सिटी फेस-3, गुरुग्राम में है शाखा कार्यालय बिजनौर और कैंप कार्यालय गंगानगर डिफेंस कॉलोनी में है। वह इस कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर हैं महाराष्ट्र के नागपुर स्थित मैसर्स मेडेक्स मेडिकल सिस्टम मेडिकल उपकरण क्रय-विक्रय का कारोबार करती है। इस फर्म के मालिक अश्विन राउत उर्फ अश्विन विजय राउत हैं।
फर्म की प्रशासक शेफाली राउत और मुख्य अधिकारी अनिकेत कांबले हैं। कुंदन सिंह डायरेक्टर ऑफ सेल्स हैं और प्रफुल्ल विजय राउत फर्म का कार्य देखते हैं।

डॉ. अमित जैन अपनी कंपनी के बिजनौर हॉस्पिटल के लिए एक पुरानी सिटी स्कैन मशीन की तलाश कर रहे थे। मेडेक्स मेडिकल सिस्टम की वेबसाइट से सिटी मशीन खरीदने से मोबाइल नंबर लेकर अश्विन राउत से उन्होंने मार्च 2023 अंतिम सप्ताह में बात की थी इसके बाद शैफाली राउत, कुंदन सिंह, अनिकेत कांबले और प्रफुल्ल विजय राउत अप्रैल 2023 के अंतिम सप्ताह में डॉ. अमित के डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास पर आए।

मशीन का 2.70 करोड़ रुपये में सौदा तय हुआ 8 मई 2023 एग्रीमेंट कराकर इन लोगों ने मशीन तय समय में स्थापित कराने का आश्वासन दिया था शर्तों के मुताबिक डॉ. अमित को तय कीमत का 80 प्रतिशत भुगतान एडवांस करना था।

डेनमार्क से आयात करने का किया दावा
उन्होंने आरटीजीएस के माध्यम से तीन बार में फर्म के खाते में 2.16 करोड़ ट्रांसफर करा दिए थे। इसके बावजूद उन्हें मशीन उपलब्ध नहीं कराई गई। वह कंपनी के अधिकारियों से लगातार फोन और ईमेल से संपर्क करते रहे। ये सभी आश्वासन देते रहे कि जल्द ही यह मशीन आपके पास पहुंच जाएगी।
यह भी कहा कि मशीन डेनमार्क से आयात की है जल्द आपके बिजनीर स्थित हॉस्पिटल में स्थापित कर दी जाएगी, लेकिन मशीन नहीं दी गई।
इस मामले में पुलिस ने नागपुर के थाना एमआईडीसी निवासी प्रफुल्ल विजय राउत और कुंदन सिंह को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के खिलाफ चेक बाउंस के कई और मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं।

फर्जी लैंडिंग बिल और कस्टम विभाग के दस्तावेज भेजे
आरोपियों ने सितंबर और दिसंबर 2023 में लैंडिंग विल व कस्टम विभाग के दस्तावेज डॉ. अमित जैन धोखा देने के लिए उपलब्ध कराए थे। उन्हें यह विश्वास दिलाया कि मशीन मार्च 2024 तक स्थापित कर दी जाएगी। उन्होंने लेडिंग बिल, कस्टम विभाग के आधार पर जानकारी की तो पता चला कि ये दस्तावेज फर्जी हैं। कोई भी दस्तावेज विभाग ने जारी नहीं किया। आरोप है कि षड़यंत्र के तहत इन लोगों ने उनसे 2.16 करोड़ रुपये हड़प लिए।

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