
मेरठ 15 जुलाई (प्र)। 15 जुलाई 1892 को दिल्ली रोड स्थित केसरगंज मंड़ी में एक छोटे से शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़कर मेरठ कालेज का शुभारंभ हुआ। 1892 में इसके अंग्रेज प्रिंसीपल डब्लू के बोनोड रहे तथा 1892 में यह विद्यालय वर्तमान में मेरठ कालेज के परिसर में स्थित हॉस्टल ऑफिस के सामने इम्पीयल बैंक की बिल्डिंग में चला गया। तब यह जगह रामपुर रियासत का हिस्सा हुआ करती थी और तब से आज तक निरंतर उन्नति की ओर अग्रसर शिक्षा के क्षेत्र में देशभर में नाम कमा रहा मेरठ कालेज आज भी बढ़ी शान के साथ स्थापित है। कालेज की इस ऐतिहासिक शैक्षिक यात्रा में प्रधानाचार्य के रूप में युद्धवीर सिंह डा0 मनोज रावत और वर्तमान में प्रोफेसर सीमा पंवार सहित 35 प्राचार्याें ने इसे उन्नति के शिखर तक पहुंचाने और शिक्षा के क्षेत्र में नाम कमाने में योगदान दिया।
इसकी मैनेजमेंट कमेटी के पूर्व अध्यक्ष सेठ दयानंद गुप्ता अरविन्द नाथ विनोद गर्ग आदि की देखरेख में कालेज का मान सम्मान व व्यवस्थाऐं बढ़ी वर्तमान में अध्यक्ष के रूप में डा0 ओपी गुप्ता और सचिव के रूप में विवेक गर्ग अपने प्रयासों से इसका सम्मान बढ़ाने के साथ साथ शिक्षक व कर्मचारियों की सुविधा और छात्रों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्रयास कर रहे है।
मेरठ कालेज के इतिहास में पूर्व व वर्तमान समय में देश में महत्वपूर्ण पदों पर रहे और अब भी कार्यरत मेरठ कालेज ने देश को कई बड़े नाम दिए हैं। प्रमुख एल्युमिनी में स्वतंत्रता सेनानी विष्णु शरण दुबलिश, पूर्व प्रधानमंत्री चौ.चरण सिंह, जस्टिस पंकज मित्थल, मध्य प्रदेश के पूर्व गवर्नर कुंवर महमूद अली, पंजाब एवं हिमाचल के पूर्व राज्यपाल वीरेंद्र वर्मा, उप्र के पूर्व वित्त एवं शिक्षा मंत्री कैलाश प्रकाश, पूर्व विदेश सचिव शशांक, पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक, पद्मश्री डा.आरएस सिरोही, पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डा.मुरली मनोहर जोशी, वर्तमान सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, पूर्व सीडीएस विपिन रावत, क्रिकेटर प्रवीण कुमार, कवि डा. हरिओम पंवार आदि शामिल हैं। रक्षा अध्ययन क्षेत्र में प्रो.हरवीर शर्मा, गणित लेखक डा.एमएल खन्ना, केमिस्ट्री में सुभाष-सतीश, एएल वशिष्ठ, इतिहासकार डा.केडी शर्मा जैसे विद्वान भी कालेज ने दिए हैं।
आजादी के संघर्ष में इस कालेज के शिक्षकों व छात्रों द्वारा भी अहम भूमिका निभाई गई थी। देश के चार विश्वविद्यालयों में छात्रों को फ्री पीएचडी की सुविधा प्राप्त है उसमें मेरठ कालेज भी प्रमुख स्थान पर है। और बताते है कि आर्मी अफसरों की मेरठ कालेज पहली पसंद है। कालेज के पास वर्तमान में 29 विभाग जिनमें 23 ट्रेडिंशनल एवं 6 प्रॉफेसनल 20 वोकेशनल कोर्स चल रहे 2.5 किताबें सेन्ट्रल लाईब्रेरी में मौजूद है। यहां के प्रोफेसरों के द्वारा छात्रों को दी जाने वाली उच्चस्तरीय शिक्षा की सभी तारीफ करते है। यहां के पूर्व छात्र राज्यसभा सदस्य भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत वाजपेयी जो पिछले दिनों कालेज में पहुंचे थे ने कई सुधार कार्यों में सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा था कि अपना मेरठ कालेज देश के शीर्ष अच्छी शिक्षा देने वाले विद्यालयों में शामिल है और यहां के शिक्षक छात्रों को पढ़ाई कराने के साथ साथ देशभक्ति राष्ट्रीय एकता व विकास कार्यों में योगदान देने का पाठ भी पढ़ाते हैं।
आज प्रातः 10 बजे कालेज परिसर में परमपूज्य स्वामी विवेकानंद सरस्वती जी महाराज कुलाधिपति गुरूकुल प्रभात आश्रम के गौरवमयी सान्धिय में कालेज के 134 वें स्थापना दिवस पर यज्ञ आदि का आयोजन हुआ। इस मौके पर प्रधानाचार्य प्रोफेसर सीमा पंवार आदि ने सहयोगियों के साथ आगांतुकों का स्वागत किया और कालेज के गरिमामय इतिहास पर पूर्ण विवरण के साथ प्रकाश भी डाला। इस अवसर पर कई पूर्व कालेज के प्रोफेसर और छात्र भी उपस्थित रहे।
यज्ञ में प्रबंधन समिति के सचिव विवेक गर्ग उनकी धर्मपत्नी श्रीमति साधना गर्ग प्रोफेसर मनोज सिवाच चन्द्रशेखर भारद्वाज परवीन दुबलिश नीरज कुमार आदि भी मौजूद बताये गये।