Monday, August 11

देश का माहौल बिगाड़ने की साजिश रचने वाले दो गिरफ्तार

Pinterest LinkedIn Tumblr +

लखनऊ, 05 अगस्त। एटीएस ने ‘रिवाइविंग इस्लाम’ नाम से व्हाट्सऐप ग्रुप पर देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त दो युवकों अजमल अली, डॉ.उसामा माज शेख को गिरफ्तार किया है। अजमल अमरोहा, उसामा थाणे का है। इनके व्हाट्सऐप ग्रुप पर 400 पाकिस्तानी जुड़े हैं। ग्रुप के तीनों एडमिन पाकिस्तानी हैं।

एटीएस का दावा है कि ये लोग भारत में शरिया कानून लागू कराने के लिए मुस्लिम युवकों को गैर मुस्लिम युवकों के खिलाफ भड़का कर देश का माहौल बिगाड़ने की साजिश रच रहे थे। कुछ लोगों के व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर धार्मिक उन्माद फैला रहे थे। निगरानी के दौरान ‘रिवाइविंग इस्लाम’ ग्रुप का पता चला, जिसके एडमिन पाकिस्तानी थे। इसमें एक नम्बर यूपी का भी था। पड़ताल में पता चला कि अमरोहा अव्वलपुर निवासी अजमल अली यहां सक्रिय है। उसके भारत विरोधी चैट पर उसे पकड़ा गया। उसकी कॉल डिटेल से कई लोगों की गतिविधि संदिग्ध लगीं। उसने कुबूला कि अपने सीनियर महाराष्ट्र के थाणे बदलापुर निवासी डॉ. उसामा माज शेख के कहने पर ‘रिवाइविंग इस्लाम’ ग्रुप से जुड़ा था।

एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश ने बताया कि यूपी एटीएस को सूचना मिली थी कि Reviving Islam नाम के व्हाट्सएप ग्रुप, जिसमें लगभग 400 पाकिस्तानी सदस्य और तीन एडमिन शामिल हैं, के जरिए राष्ट्रविरोधी गतिविधियां संचालित हो रही हैं। इस ग्रुप से जुड़ा एक मोबाइल नंबर अमरोहा, उत्तर प्रदेश का पाया गया, जिसका इस्तेमाल अजमल अली कर रहा था। यूपी एटीएस ने अजमल को लखनऊ बुलाकर पूछताछ की।

पूछताछ में अजमल ने कुबूल किया कि वह इस ग्रुप के अलावा अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई पाकिस्तानी व्यक्तियों के संपर्क में था और गैर-मुस्लिमों के प्रति कट्टरपंथी विचारधारा का प्रचार-प्रसार कर रहा था। अजमल ने यह भी खुलासा किया कि वह डॉ. उसामा माज शेख को अपना मेंटॉर मानता था, जो इंस्टाग्राम और सिग्नल ऐप के माध्यम से भारत विरोधी बातें करता था। डॉ. उसामा के साथ वह भारत की चुनी हुई सरकार को गिराने और शरिया कानून लागू करने की साजिश रच रहा था। इसके आधार पर बीते 1 अगस्त को एटीएस थाने में मुकदमा कायम किया गया था।

अजमल की निशानदेही पर ही यूपी एटीएस ने डॉ. उसामा माज शेख को महाराष्ट्र के बदलापुर से गिरफ्तार किया। दोनों अभियुक्त सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स के जरिए पाकिस्तानी व्यक्तियों से संपर्क में थे और हिंसक जिहाद के माध्यम से भारत में गजवा-ए-हिंद स्थापित करने की योजना बना रहे थे। ये मुस्लिम युवाओं को गैर-मुस्लिमों के खिलाफ भड़काकर भारत विरोधी और आपराधिक गतिविधियों के लिए प्रेरित करते थे। एटीएस ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई इन दोनों के पूरे नेटवर्क को खंगाल रही है ताकि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य संदिग्धों का पता लगाया जा सके।

Share.

About Author

Leave A Reply