मेरठ 02 सितंबर (प्र)। मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। एटा, गाजीपुर, कानपुर से लेकर, गाजियाबाद, अमरोहा, गौतमबुद्धनगर के पते पर मेरठ से स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाया गया। मेरठ कलक्ट्रेट में ऐसे प्रमाण पत्र का रिकार्ड नहीं मिला। अब प्रशासन, शासन के आदेश का इंतजार कर रहा है।
प्रशासन की ओर से चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक के पत्र के आधार पर मेरठ से कथित तौर से जारी 15 स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों की जांच कराई तो उसमें 14 फर्जी पाए गए। मेरठ में जांच में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों के नाम पर जो फर्जी प्रमाण मिले तो उसमें पत्रांक, तारीख और अधिकारियों के हस्ताक्षर तक सब फर्जी मिले।
5 साल के स्वतंत्रता सेनानी कोटे के दाखिलों पर जांच
आगरा और फिरोजाबाद समेत प्रदेश के 10 मेडिकल कॉलेजों में स्वतंत्रता सेनानी आश्रितों के फर्जी प्रमाणपत्र बनवाकर दाखिले लिए गए। ऐसे 64 अभ्यर्थियों के प्रवेश निरस्त कर उच्चस्तरीय जांच चल रही है।
सूत्रों के मुताबिक कई मेडिकल कॉलेज प्रशासन 2019 से अबतक इस कोटे में हुए प्रवेश की फाइलों को खंगाल रहे हैं। गाजियाबाद निवासी नैंसी खंडेलवाल का मेरठ डीएम के यहां से जारी प्रमाणपत्र फर्जी निकला। मेरठ के तो 15 में से 14 प्रमाणपत्र फर्जी निकले। इसके पीछे किसी कॉकस का भी हाथ होने की आशंका जताई जा रही है।
इनका मिला फर्जी प्रमाण पत्र
अभ्यर्थी का नाम पिता का नाम निवासी
श्वेता सिंह अगस्त सिंह ग्रेटर नोएडा,गौतमबुद्धनगर
आफिया रानी हसनैन अहमद अली बरासपुर, अमरोहा
मो.आफताब अहमद अली रहीमपुर,बिल्हौर(कानपुर)
दक्षा सचदेव विकास सचदेव साहिबाबाद, गाजियाबाद
नैंसी खंडेलवाल विजय खंडेलवाल झंडापुर, साहिबाबाद(गाजियाबाद)
विशाल कुमार अंजनी कुमार गाजियाबाद
गुड्डू कुमार चेत राम सिंह सर्वाेदय आश्रम, एटा
अर्शिया अग्रवाल पंकज कुमार महाजन बस्ती, गजरौला(अमरोहा)
स्मृति आनंद संतोष सिंह यादव सलेमपुर बधाई, गाजीपुर
मानविका चौहान धीरज विजय नगर, गाजियाबाद
प्रेरणा शेखर स्व.चंद्रशेखर इंदिरापुरम, गाजियाबाद
वर्तिका सुरजीत सिंह विजय नगर, गाजियाबाद
वेदिका प्रिया कीर्ति नारायण यादव विजय नगर गाजियाबाद
रेने सिंह रविन्द्र कुमार सिंह आदर्श कालोनी, मुरादाबाद
शासन के आदेश पर होगी कार्रवाई
डीएम डा. वीके सिंह का कहना है कि मेडिकल कालेजों में प्रवेश के लिए मेरठ कलक्ट्रेट को कुल 15 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों का प्रमाण पत्र जांच के लिए भेजा गया था। जांच में 14 फर्जी मिले, जिसकी रिपोर्ट डीजी चिकित्सा शिक्षा को अग्रेतर कार्रवाई के लिए भेजी गई। आगे की कानूनी कार्रवाई शासन के निर्देश के तहत होगी।
