जनपद के प्रभारी मंत्री प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध मंत्री धर्मपाल सिंह द्वारा ऊर्जा राज्यमंत्री डॉ सोमेंद्र तोमर व मंत्री दिनेश खटीक सहित मेयर हरिकांत अहलूवालिया, जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी, कैंट विधायक अमित अग्रवाल भाजपा जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा, महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी आदि की उपस्थिति में अधिकारियों को स्पष्ट आदेश दिए कि त्योहारों पर २४ घंटे बिजली आपूर्ति हो। दूसरी तरफ पावर कारपोरेशन यूपी के अध्यक्ष डॉ आशीष गोयल ने बीते मंगलवार को प्रदेश के सभी अधिकारियेां को निर्देश दिए कि त्योहारों पर बिजली आपूर्ति दुरुस्त की जाए। आपूर्ति व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कारपोरेशन के अध्यक्ष ने प्रबंध निदेशकों मुख्य अभियंताओं आदि को जो निर्देश दिए उन्हें पढ़कर मन को शांति और सुकून मिलता है। यह लगता है कि प्रदेश सरकार के मंत्री धर्मपाल सिंह ने दो सहयोगी मंत्रियों व भाजपा विधायकों की मौजूदगी में जो निर्देश दिए उससे लगता है कि त्योहार अंधेरे में ना मनाना पड़े। लेकिन पूर्व में भी ऐेसे आदेश दिए जाते रहे हैं लेकिन बिजली आपूर्ति का मामला ढाक के तीन पात की कहावत पर चलता रहा है क्योंकि मंत्री अफसर कितना ही कह ले मगर व्यवस्था चाक चौबंद नहीं हो पाती है। आम आदमी भी समझ चुका है इसलिए हल्के विरोध प्रदर्शन के बाद चुप हो जाता है क्योंकि उसे पता है कि ऐसा संभव नहीं है।
आखिर ऐसा होता क्यों है इस बात पर गौर किया जाए तो पिछले कई दशक की व्यवस्था को देखें तो बिजली आपूर्ति की समस्या कम होने की बजाय बढ़ती हुई सी लगती है। ऐसा क्यों होता है अगर इस पर ध्यान दिया जाए तो स्पष्ट है कि जितनी खपत बढ़ रही है उतनी पैदावार बिजली की नहीं हो रही है। त्योहारों व दिवाली पर इसकी खपत ज्यादा बढ़ जाती है ऐसे में अगर विभाग के अधिकारी और मंत्री २४ घंटे बिजली उपलब्ध कराने की बात करें तो यह सपने दिखाने जैसा लगता है। मंत्री और अधिकारी प्रयास करें तो आवश्यक समय पर बिजली की आपूर्ति सुचारु हो सकती है लेकिन इसके लिए उन्हें बड़े धार्मिक आयोजनों में बेइंतहा बिजली की सजावट या फिजूलखर्ची को जनप्रतिनिधियों के माध्यम से रूकवाने में सफल हो जाएं तो यह कहा जा सकता है कि २४ घंटे ना सही लेकिन शाम से देर रात्रि तक र्निवघ्न विद्युत आपूर्ति हो सकती है। किसी को कोई कष्ट भी नहीं होगा। सरकार और जनप्रतिनिधि यह समझ लें कि धार्मिक सवारियां भी निकलेंगी आयोजन भी होंगे इसे ध्यान रखते हुए थोड़ा सा वार्ड स्तर के नेता से लेकर मंत्री तक अपने स्तर पर बिजली आपूर्ति बनाएं रखने के लिए खपत थोड़ी कम कराने में सफल हो जाएं तो वो बहुत बड़ी उपलब्धि और जनता के लिए राहत की बात होगी। सरकार सौर ऊर्जा को बढ़ावा दे रही है लेकिन साथ ही जो बिजली की चोरी किसी के भी सहयोग से की जा रही हो उसे रोकने के लिए अपने अधिकारियों पर भी शिकंजा कसे तो काफी विकास हो सकता है लेकिन मंत्री व अधिकारी २४ घंटे बिजली के सपने ना ही दिखाएं तो अच्छा है।
(प्रस्तुतिः- रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
मंत्री और अधिकारी 24 घंटे बिजली आपूर्ति का सपना ना ही दिखाएं तो ही अच्छा है
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