मेरठ 17 अक्टूबर (प्र)। सिवालखास विधानसभा के पूर्व भाजपा विधायक जितेंद्र सतवाई और उनके भाई चंद्रप्रकाश ने बुधवार देर रात कुछ युवकों ने फायरिंग करने का आरोप लगाया। चंद्रप्रकाश ने रोहटा थाने पर गांव के ही भाकियू कार्यकर्ता गौरव, सौरभ, नोनू और तीन अज्ञात आरोपियों पर हत्या की कोशिश की धारा में रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस ने मौके पर जाकर एक आरोपी सौरभ को गिरफ्तार कर लिया।
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को फर्जी मुकदमा दर्ज कराने का आरोप लगाते हुए पूर्व विधायक के खिलाफ रोहटा थाने पर धरना-प्रदर्शन किया। सीओ सरधना आशुतोष कुमार ने कहा कि आगामी तीन दिन में जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। इस आश्वासन पर दोपहर 12 बजे धरना समाप्त हुआ।
पूर्व विधायक प्रधानाचार्य जितेंद्र सतवाई ने बताया कि गांव सतवाई स्थित उनके घर के सामने एक मकान में कई माह से देर रात तक कुछ युवक शराब पीकर उत्पात मचाते हैं। वे रास्ते में गुजरने वाली महिलाओं पर तंज कसते हैं। इनको कई बार रोकने का प्रयास किया। लेकिन वह नहीं माने। उन्होंने बताया कि बुधवार रात भी इन युवकों को समझने का प्रयास किया। उस समय वे वहां से चले गए। उन्होंने कुछ देर बाद आकर गाली गलौज की और फायरिंग कर जानलेवा हमला किया। सुरक्षाकर्मी अरुण कुमार के बीच में आने पर हमलावर जान से मारने की धमकी देकर भाग गए।
केस दर्ज होने पर और सौरभ की गिरफ्तारी की जानकारी मिलने पर बृहस्पतिवार सुबह करीब पांच बजे भाकियू जिला अध्यक्ष अनुराग चौधरी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने रोहटा थाने पर प्रदर्शन किया और धरना देकर बैठ गए। जिलाध्यक्ष का आरोप था कि भाजपा के पूर्व विधायक जितेंद्र सतवाई ने उनके समर्थकों पर फायरिंग का झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया है। कार्यकर्ताओं ने सात घंटे थाने पर नारेबाजी करते हुए मुकदमा वापस लेने की मांग की। मौके पर पहुंचे सीओ ने लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन कार्यकर्ता पूर्व विधायक के खिलाफ मुकदमा कायम करने की मांग करने पर अड़ गए और हंगामा करने लगे।
भाकियू जिला सचिव हर्ष चहल ने कहा अगर फर्जी मुकदमा वापस नहीं लिया गया तो बड़ा आंदोलन होगा। हंगामा ज्यादा बढ़ता देख थाने के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। धरने पर बैठे भाकियू के पदाधिकारियों ने पूर्व विधायक के आरोपों को निराधार झूठा बताया और कहा कि एक जमीन की खरीद की रंजिश को लेकर पूर्व विधायक ने इन्हें झूठा फंसाया है। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए सौरभ को थाने से ही जमानत देकर परिजनों की सुपुर्दगी में दे दिया।
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि एसपी देहात अभिजीत कुमार को इस मामले की जांच सौंपी गई है। वह तीन दिनों में अपनी जांच रिपोर्ट देंगे। इसके बाद ही इस मामले में कोई कार्रवाई की जाएगी।
