बागपत 21 जुलाई। बड़ौत में कोताना रोड पर निर्माणाधीन मकान में आशा कार्यकर्ता की रिश्ते के देवर (पति का मौसेरा भाई) गन्ना तौल लिपिक भूपेंद्र ने गोली मारकर हत्या कर शव को बोरे में डालकर फरार हो गया। पुलिस ने मकान का ताला तोड़कर बोरे से निर्वस्त्र अवस्था में महिला का शव बरामद किया। पुलिस आरोपित की गिरफ्तारी के प्रयास में लगी है।
ग्राम राजपुर खामपुर निवासी किसान चश्मवीर सिंह की पत्नी 45 वर्षीय अंजली देवी आशा कार्यकर्ता थी। वह शनिवार सुबह करीब नौ बजे घर से बागपत सीएचसी के लिए निकली थी।
बताया गया कि दोपहर करीब ढाई बजे मोबाइल से स्वजन को कॉल करके जानकारी दी थी कि वह भूपेंद्र निवासी ग्राम टिटौली (शामली) से उधार दिए हुए रुपये लेने बड़ौत जा रही है। भूपेंद्र कोताना रोड पर नहर के निकट अपने मकान का निर्माण करा रहा है। अंजली देर शाम तक वापस घर नहीं लौटी तो स्वजन ने मोबाइल से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उनका मोबाइल स्विच आफ मिला। तलाश करने के बावजूद स्वजन को उनका पता नहीं चला।
इस संबंध में बड़ौत कोतवाली पर शिकायत की गई। पुलिस भूपेंद्र के निर्माणाधीन मकान पर पहुंची तो वहां पर ताला लगा मिला। अंजली के बेटे सक्षम ने रोशनदान से झांककर देखा तो कमरे में प्लास्टिक के बोरे में मां अंजली के पैर दिखाई दिए। इसके बाद बड़ौत कोतवाली प्रभारी मनोज कुमार चहल ने पुलिस टीम के साथ मिलकर कमरे का ताला तोड़कर अंजली का बोरे से निर्वस्त्र अवस्था में शव बरामद किया। उसके सिर में गोली लगी मिली।
एसपी सूरज कुमार राय, एएसपी नरेंद्र प्रताप सिंह, सीओ विजय कुमार तोमर ने मौके पर पहुंचकर जांच की। वहां पर शराब की बोतल व अन्य सामान मिला। इसके बाद चश्मवीर सिंह ने पत्नी अंजली की हत्या का आरोप अपने मौसेरे भाई भूपेंद्र पर लगाते हुए बड़ौत कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया।
पोस्टमार्टम में सिर में गोली की जगह भारी चीज से तीन वार करके हत्या करना आया। इसके अलावा दुष्कर्म की पुष्टि भी नहीं हुई तो सैंपल लेकर फोरेंसिक जांच के लिए लैब में भेजा गया।
एएसपी नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि हत्यारोपी भूपेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। भूपेंद्र ने बताया कि उसके व आशा वर्कर के बीच 2003 से बातचीत थी। वह मलकपुर मिल में नौकरी करता है और यहां निर्माणाधीन मकान में रुक जाता था। उसने आशा वर्कर को शनिवार को मिलने के लिए बुलाया था।
आशा वर्कर ने उससे एक लाख रुपये मांगे तो उसने देने से मना कर दिया। उनके बीच झगड़ा हुआ और आशा वर्कर ने उसे थप्पड़ मार दिया। इससे उसे गुस्सा आ गया और उसने वहां रखा हथौड़ा उठाकर सिर में कई वार किए। इसके बाद शव बोरे में रख दिया कि रात में आकर नहर में फेंक देगा, मगर पहले ही पुलिस ने उसे बरामद कर लिया।