मेरठ 22 जुलाई (प्र)। नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) ने एनसीआर मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में प्रवेश पर रोक लगा दी है। ये कालेज भाजपा नेत्री और पूर्व एमएलसी डा. सरोजिनी अग्रवाल का है। जो खरखौदा में है। डा. सरोजिनी अग्रवाल से जब इस संबंध में बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की।
सीबीआई और एनएमसी की संयुक्त टीम ने 2 जुलाई को भाजपा नेत्री व पूर्व एमएलसी डा. सरोजिनी अग्रवाल के खरखौदा स्थित एनसीआर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज पर रेड की थी। इस कॉलेज की जिम्मेदारी भाजपा नेत्री की बेटी शिवानी अग्रवाल संभालती हैं। सीबीआई को शिकायत मिली थी कि एमबीबीएस की सीट बढ़वाने के लिए कॉलेज में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार का सहारा लेकर फर्जीवाड़ा किया गया है।
इसमें संबंधित विभाग के लोग भी शामिल हैं। दोपहर सुबह 11 बजे से रात 12 बजे तक दोनों टीमों ने कॉलेज व जवाहर क्वार्टर स्थित आवास पहुंचकर छानबीन की और काफी साक्ष्य जुटाने के बाद लौट गई। कॉलेज से जुड़ी काफी कागजात व फाइलें टीम समेटकर ले गई थी। अगले दिन मुकदमा दर्ज हुआ, जिसमें एमएलसी की बेटी का नाम भी शामिल किया गया था। उसी के बाद एमएलसी की मुश्किलें बढ़ती चली गई और एनएमसी ने बड़ी कार्रवाई कर दी।
सीबीआई के साथ संयुक्त कार्रवाई के दौरान एनएमसी ने यहां बड़ी गड़बड़ी पकड़ी थी। सीट बढ़वाने के लिए यहां फर्जी फैकल्टी दिखाए गए थे। इसके अलावा बायोमेट्रिक मशीनों में भी खेल सामने आया था। इतना ही नहीं पूर्व में एमबीबीएस की मान्यता लेने के लिए जो मानक दर्शाए गए थे, वह भी टीम को पूरे नहीं मिले।
बताते चले कि डा. सरोजिनी अग्रवाल को समाजवादी पार्टी की सरकार में पहली बार एमएलसी बनाया गया था। रसूख के दम पर वह दूसरी बार भी एमएलसी बन गईं लेकिन अचानक सत्ता परिवर्तन हुआ और वह भाजपा में आ गईं। भाजपा के द्वारा भी उन्हें एमएलसी बनाया गया। जैसे ही कार्यकाल समाप्त हुआ, सीबीआई रेड की कार्रवाई हो गई।