Tuesday, October 14

कांवड़ यात्रा में दंगे की साजिश, पाकिस्तानी वीडियो को वायरल करके उकसाने का प्लान; तीन गिरफ्तार

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मुजफ्फरनगर 22 जुलाई। कांवड़ यात्रा के दौरान पश्चिमी यूपी में दंगा भड़काने और आतंकी घटना की साजिश रची जा रही थी। पाकिस्तान के मुजफ्फरगढ़ में पूरे परिवार की हत्या के वीभत्स वीडियो को मुरादाबाद का बताकर व्‍हॉट्सऐप ग्रुपों पर प्रसारित किया गया। साथ में प्रसारित ऑडियो में कहा गया था कि बजरंग दल के लोग मुसलमानों को काट रहे हैं। पुलिस ने इसका राजफाश कर दो सगे भाइयों समेत तीन आरोपितों को किया है। मामले में राष्ट्र विरोधी संगठन, आतंकी संगठन एवं पाकिस्तानी एजेंसियों की संलिप्तता से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।

पुलिस का कहना है कि इनका मकसद लोन वुल्फ अटैक को अंजाम देना था। सोमवार दोपहर पुलिस लाइन के सभागार में डीआईजी अभिषेक सिंह और एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने प्रेस वार्ता की। डीआईजी ने बताया कि साइबर सेल से मिले इनपुट के आधार पर ककरौली थाना पुलिस ने सोमवार की सुबह ककरौली में किसान इंटर कॉलेज के पास से नदीम व रहीस पुत्र सगीर निवासी ग्राम ककरौली और मनशेर पुत्र शफीक निवासी ग्राम मंसूरपुर को गिरफ्तार किया।
इनके कब्जे से तीन मोबाइल फोन बरामद हुए। इनके द्वारा मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद व मेरठ के पांच व्‍हॉट्सऐप ग्रुपों पर एक वीभत्स वीडियो व आडियो प्रसारित किया गया था। वीडियो में मकान में खून से लथपथ लाशें हैं और चीत्कार मची है। ऑडियो में एक व्यक्ति बोल रहा है कि देख लो बजरंग दल के कुछ लोग ग्राम मंसूरपुर थारक नंगला में घरों में घुसकर मुस्लिमों को काट रहे हैं। महिला, बच्चे समेत पूरे परिवार की हत्या कर दी है। कई गांव में 50 से ज्यादा मुसलमानों की हत्या की गई है, इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करने की बात कही गई।

डीआईजी सहारनपुर अभिषेक सिंह ने प्रेस वार्ता में बताया कि आरोपी एक सोची-समझी रणनीति के तहत झूठे दावों और अफवाहों के जरिए पश्चिम उत्तर प्रदेश में हिंसा फैलाना चाहते थे। सावन का दूसरा सोमवार, जब लाखों कांवड़िए यात्रा पर होते हैं, साजिश के लिए जानबूझकर चुना गया था ताकि भीड़ में हिंसा फैलाकर बड़ा नुकसान किया जा सके।

डीआईजी अभिषेक सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच से स्पष्ट है कि यह एक संगठित प्रयास था, जिसके जरिए “लोन वुल्फ” जैसे आतंकी हमलों की जमीन तैयार की जा रही थी। वीडियो को इस तरह से फैलाया गया ताकि किसी समुदाय विशेष में भय और आक्रोश उत्पन्न हो और कोई व्यक्ति उकसावे में आकर अकेले हमला कर दे।

डीआइजी ने बताया कि छानबीन में पता चला कि यह वीडियो पाकिस्तान के जिला मुजफ्फरगढ़ में अप्रैल 2024 में हुए हत्याकांड का है, जिसमें एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी व सात बच्चों को कुल्हाड़ी से काट दिया था। इस वीडियो आडियो को प्रसारित कर लोगों को भड़का कर दंगा कराना और आतंकवादी घटना को अंजाम देना था। आरोपितों के मोबाइल फोन का विस्तृत तकनीकी फोरेंसिक मूल्यांकन किया जाएगा। आडियो की भी जांच कराई जाएगी कि यह किसकी आवाज है। डीआईजी ने कहा कि व्‍हॉट्सऐप ग्रुप के एडमिन और संदिग्ध सदस्यों की जांच की जा रही है। वीडियो-ऑडियो फारवर्ड करने वाले भी पुलिस की रडार पर है। इस दौरान एसपी देहात आदित्य बंसल, एसपी क्राइम इंदु सिद्धार्थ, सीओ सिटी राजू कुमार साव मौजूद रहे।

इन व्‍हॉट्सऐप ग्रुप पर प्रसारित किया वीडियो-ऑडियो
खिदमत अब्बासी ग्रुप (मेरठ), 450 सदस्य
प्राउड इंडियन मुस्लिम (मुरादाबाद), 450 सदस्य
मुस्लिम समाज जिंदाबाद (मुजफ्फरनगर), 150 सदस्य
ऑल इंडिया एम्प्लोयर ग्रुप, 850 सदस्य
ककरौली युवा एकता, (मुजफ्फरनगर), 150 सदस्य

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