मेरठ 18 नवंबर (प्र)। सदर कबाड़ी बाजार स्थित भवन संख्या 259 में तीसरी बार सील लगाने पहुंची कैंट बोर्ड की टीम और भवन में मौजूद लोगों के बीच जमकर हाथापाई हुई। अवैध निर्माणकर्ता के स्वजन और महिलाओं ने कई बार सील तोड़ने की कोशिश की। हंगामा कर रहे तीन लोगों को पुलिस थाने ले गई और महिला पुलिस ने महिलाओं को भवन से निकाला। भारी विरोध के बीच भवन के प्रथम व द्वितीय तल को कैंट बोर्ड टीम ने सील किया। इस बीच कुत्ते भी टीम की कार्रवाई में बाधा बन गए हंगामा बढ़ने पर पुलिस ने गुलशन चड्ढ़ा को गिरफ्तार कर शांति भंग में चालान कर दिया।
पीपीई एक्ट के तहत कार्यवाही के चलते स्टेट ऑफिसर ने 10 अक्तूबर 2023 को सील के आदेश दिए थे। इस पर छावनी परिषद की टीम ने भवन के प्रथम और द्वितीय तल पर सील लगा दी थी। इसके बाद 23 अक्तूबर 2023 को गृह स्वामी गुलशन चड्ढा ने सील तोड़ दी। इस बीच परिषद ने उसी दिन दोबारा सील की कार्रवाई की। इसके साथ ही गुलशन चड्ढा के खिलाफ सदर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई।
पीपीई एक्ट के तहत कार्यवाही के चलते स्टेट ऑफिसर ने 10 अक्तूबर 2023 को सील के आदेश दिए थे। इस पर छावनी परिषद की टीम ने भवन के प्रथम और द्वितीय तल पर सील लगा दी थी। इसके बाद 23 अक्तूबर 2023 को गृह स्वामी गुलशन चड्ढा ने सील तोड़ दी। इस बीच परिषद ने उसी दिन दोबारा सील की कार्रवाई की। इसके साथ ही गुलशन चड्ढा के खिलाफ सदर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई।
इंजीनियरिंग सेक्शन के अधिकारियों के अनुसार जब सील की जांच के लिए कर्मचारी मौके पर जाते थे तो भवन में नीचे ताला लगा मिलता रहा। सात नवंबर को पुलिस के सहयोग से सील चेक करने के लिए छावनी परिषद की टीम पहुंची तो जीने से ऊपर जाने का रास्ता बंद था।
मुख्य अधिशासी अधिकारी ज्योति कुमार को इंजीनियरिंग सेक्शन ने अवगत कराया। सीईओ ने 10 नवंबर को पत्र लिखकर जिलाधिकारी से प्रशासनिक मदद मांगी। एसीएम संजय कुमार की देखरेख में 17 नवंबर को दोबारा सीलिंग की कार्यवाही करना सुनिश्चित किया ।
भवन में तीसरी बार सील लगाने एसीएम संजय कुमार, एसओ सदर पुलिस बल, छावनी परिषद से एई पीयूष गौतम, जेई अवधेश यादव, ड्राफ्टमैन राहुल व अन्य कर्मचारी कबाड़ी बाजार पहुंचे। गुलशन चड्ढ़ा और उसके परिजनों ने कार्रवाई का विरोध करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने गुलशन चड्ढा को गिरफ्तार कर लिया गया। थाना प्रभारी सदर ने बताया अवैध निर्माण पर छावनी परिषद की टीम के साथ सील लगाई गई है।
कैंट बोर्ड एई पीयूष गौतम ने बताया के मुख्य अधिशासी अधिकारी ज्योति कुमार के निर्देश पर अवैध निर्मार्णों पर कार्रवाई जारी है और इसी क्रम में एक निर्माण जो कि सदर क्षेत्र में 259 कबाड़ी बाजार में है, उस के निर्माण पर पीपीई एक्ट की कार्रवाई कर दी गई हैं।
आखिर इतने अवैध निर्माण पहले कभी नहीं हुए, जो वर्तमान में कैंट क्षेत्र में हो रहे हैं। निर्माण को पहले रुकवाया जाता हैं, फिर उसका निर्माण करा दिया जाता हैं। इसमें भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया हैं। बीसी लाइन में 152 नंबर कोठी को कैंट बोर्ड ने अवैध बताते हुए गिरा दिया था। अब फिर रात-भर इसमें निर्माण कैसे होने दिया? इसके लिए जिम्मेदार कौन हैं? इसमें भ्रष्टाचार खूब हुआ, सैन्य अफसरों ने भी इसमें आंखें बंद कर ली।
क्योंकि कैंट बोर्ड भंग चल रहा हैं और पूरी जिम्मेदारी सैन्य अफसरों की हैं, लेकिन सेना के अफसर भी अवैध निर्माण होने दे रहे हैं। ये कोठी लगभग बनकर तैयार हो गयी हैं। इसको किसी ने अब रोकना-टोकना गवारा नहीं समझा। यही नहीं, व्हाइट हाउस के बराबर में एक हजार वर्ग गज में एक कोठी का लिंटर तोड़कर फिर से डाल दिया गया। इसकी कोई अनुमति कैंट बोर्ड से नहीं ली गई। निर्माण टूट भी गया और पूरा भी कर दिया गया। अब तो पुताई कर दीपावली पर पूजा भी कर दी गई।इस तरह से अवैध निर्माण ताबड़तोड़ हो रहे हैं। जो पैसे दे रहा हैं, उसका निर्माण करा दिया जाता हैं, जो घूस नहीं देता, उसका निर्माण गिरा दिया जाता हैं। यही सब कैंट क्षेत्र में चल रहा हैं।