मेरठ 17 मार्च (प्र)। आईआईएमटी विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों के नमाज पढ़ने के मामले में पुलिस ने विश्वविद्यालय प्रबंधन और छात्रों पर केस दर्ज किया है। नमाज का वीडियो इंटरनेट पर अपलोड करने वाले छात्र को गिरफ्तार कर शांतिभंग में जेल भेज दिया गया। वहीं, विश्वविद्यालय परिसर में हनुमान चालीसा का पाठ करने का एलान करने वाले हिंदू संगठन के नेता सचिन सिरोही को पुलिस ने घर में नजरबंद किया।
बीते मंगलवार को विश्वविद्यालय परिसर में करीब पचास छात्रों का नमाज पढ़ते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। इंस्टाग्राम पर अपलोड वीडियो पर टिप्पणी कर बताया गया कि यह आईआईएमटी विश्वविद्यालय का है। वीडियो खालिद मेवाती (खालिद प्रधान 302) के नाम के अकाउंट से अपलोड किया गया था। खालिद विश्वविद्यालय में बैचलर आफ फिजियोथेरेपी (बीपीटी) प्रथम वर्ष का छात्र है।
वीडियो पर हिंदू संगठन के सचिन सिरोही और कार्तिक ने विरोध जताया था। उनका कहना था कि विश्वविद्यालय में शिक्षा के बजाय नमाज अदा कराई जा रही है। कार्तिक ने थाने में छात्रों और विश्वविद्यालय प्रबंधन के खिलाफ तहरीर दी। सचिन ने एलान कर दिया कि पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं करेगी तो विश्वविद्यालय परिसर में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। साथ ही मुख्यमंत्री के एक्स अकाउंट पर भी वीडियो को अपलोड किया गया।
मामला लखनऊ तक पहुंचा तो पुलिस ने कार्तिक की तहरीर पर विश्वविद्यालय प्रबंधन और छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। साथ ही शुक्रवार को पुलिस ने सचिन सिरोही को उसके घर में नजरबंद किया। छात्र खालिद मेवाती को गिरफ्तार कर लिया गया।
इंस्पेक्टर अनूप सिंह ने बताया कि खालिद मेवाती को जेल भेज दिया गया। विवि के मीडिया प्रभारी सुनील शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय ने आरोपित छात्र खालिद मेवाती और सुरक्षा गार्डों को निलंबित कर दिया है। साथ ही कमेटी बनाकर मामले की जांच कराई जा रही है। पुलिस की विवेचना में भी विश्वविद्यालय प्रबंधन सहयोग करेगा।