Monday, December 23

18 कंपनियों पर नगर निगम ने लगाया 20 लाख का जुर्माना

Pinterest LinkedIn Tumblr +

मेरठ 07 दिसंबर (प्र)। शहर में अवैध होर्डिग पर नगर निगम की नजर टेढ़ी हो गई है। बिना ठेके के अवैध तरीके से होर्डिंग लगाकर प्रचार-प्रसार करने वाली 18 कंपनियों पर नगर निगम ने 20 लाख का जुर्माना लगाया है। इन कंपनियों को नोटिस भेज दिए गए हैं।
मेरठ सीमान्तर्गत विभिन्न मार्गों पर यूनिपोल पर अवैध विज्ञापन फ्लैक्स लगाकर प्रचार-प्रसार किये गये थे। जिनको नगर निगम ने सूचीबद्ध करते हुए जुर्माना क्षतिपूर्ति नोटिस विज्ञापनकर्ताओं को बुधवार को नोटिस जारी कर दिए। विज्ञापनकर्ता/पत्ता प्रबन्धक, जेपी रेजीडेंसी विजय चौक मवाना रोड पर मेरठ प्रबन्धक अंजनेय टाटा मोटर्स निकट तेजगढ़ी रामगढ़ी पर 91450.00 रुपये का जुर्माना लगाया। इसी तरह 90 हजार से एक लाख रुपये के बीच अन्य सभी पर भी जुर्माना लगाया गया।
जिसमें निशान मोटर्स कुंडा परतापुर प्रबन्धक, मनोहर लाल सर्राफ एंड संस ज्वैलर्स बो आॅफिस बेगमपुल पर 9401650 रुपये। इसमें प्रबंधक तनिष्क ज्वैलर्स, आबू प्लाजा आबूलोन। प्रबन्धक, कजारिया टाइल कम्पनी, एचआरएस दिल्ली रोड। प्रबन्धक, भगवती रोड एंड फनीचर्स इन्द्रा चौक हापुड़ रोड। प्रबन्धक, स्पर्श केयर लेजर कलीनिक हंस प्लाजा नेहरू नगर गढ़ रोड प्रबन्धक। केएल इंटरनेशनल स्कूल। डा. प्रियंका गर्ग न्यूटिमा अस्पताल गढ़ रोड सबसे अधिक एक लाख 82 हजार का जुर्माना लगाया गया।

प्रबन्धक, जैकसन जोन्स बाम्बे बाजार हनुमान चौक जोन्ट। प्रबन्धक, मोन्टी कार्लो ए/ब्लू कलेक्शन शास्त्रीनगर नई सड़क प्रबन्धक यशोदा सुपर स्पेशलिटी मेजी सेन्टर शॉप नंबर एम-2 प्रथम तल। एसटूएस गढ़ रोड प्रबन्धक मनोहरलाल एंड संस मग शिप स्टोर आबूलेन। प्रबन्धक, रामचन्द्र सहाय रेवड़ी गजक। पंचशील कालोनी। प्रबन्धक बाबूराम ज्वैलर्स सदर बाजार। प्रबंधक मेराकी होटल एवं बैंकट राधा गोविन्द मारुति शोरूम के पास परतापुर (गढ़ रोड शास्त्रीनगर रोडवे होटल) (बैंक आॅफ इण्डिया बेगमपुर रोड) को नोटिस जारी कर जुर्माना जमा करने के निर्देश दिए हैं।

अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार ने बताया कि महानगर में होर्डिंग का ठेका अभी नहीं हुआ है। शहर में अवैध तरीके से होर्डिंस लगाकर कई कंपनियां प्रचार प्रसार करा रही हैं। निगम की टीम ने जांच कराकर जिन कंपनियों के विज्ञापन लगे, उन्हें चिन्हित करके 20 लाख रुपए का जुर्माना लगाकर नोटिस भेजा है। चूंकि होर्डिंग लगाने का ठेका किसी भी कंपनी के पास नहीं है। ऐसे में इन होर्डिंग्स को अवैध माना गया है। कई जगहों पर निगम ने अभियान चलाकर विज्ञापन उतरे भी है। इसके बावजूद लोग मनमानी तरीके से बैनर लगाकर प्रचार प्रसार करने में लगे हुए हैं।
शहर में कई स्थानों पर राजनीतिक दलों के भी कई विज्ञापन होर्डिंगों पर लगे हुए हैं। जिन पर अभी निगम के अधिकारियों ने जुर्माना नहीं लगाया, बल्कि उनको हटाया भी नहीं गया है। जिसको लेकर निगम पर भेदभाव के आरोप लग रहे हैं।

Share.

About Author

Leave A Reply