अयोध्या 23 दिसंबर। श्रीराम एयरपोर्ट से अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 दिसंबर को रोड शो भी करेंगे। प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और भाजपा संगठन की शनिवार को होने वाली संयुक्त बैठक में इसकी तैयारी की रूपरेखा बनाई जाएगी। उधर, शुक्रवार की देर शाम भाजपा कार्यालय पर जिला संगठन की बैठक हुई। इसमें प्रधानमंत्री मोदी की एयरपोर्ट के पास मैदान में होने वाली रैली की तैयारी का खाका खींचा गया।
जिलाध्यक्ष संजीव सिंह ने बताया कि 256 शक्ति केंद्र से एक-एक बस में सवार होकर कार्यकर्ता और समर्थकों को लाने की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। इसी तरह महानगर के 60 केंद्रों से छोटे चार पहिया वाहनों से लोग पहुंचेंगे। जनपद से करीब एक लाख लोगों को रैली में लाने का लक्ष्य तय किया गया है। जिलाध्यक्ष के अनुसार पीएम मोदी एयरपोर्ट से अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन तक रोड शो भी कर सकते हैं। इस संबंध में शनिवार को कमिश्नर गौरव दयाल के साथ बैठक होगी। सभी जनप्रतिनिधि और संगठन के पदाधिकारी शामिल रहेंगे।
वहीं, श्रीराम एयरपोर्ट पर शुक्रवार को विमान उतारने और उड़ान भरने का ट्रायल किया गया भारतीय वायुसेना ने अपना भारी भरकम जहाज उतारा करीब 25 मिनट बाद यहां से उड़ान भरी ट्रायल सफल रहा। कमिश्नर गौरव दयाल ने आईजी व एसएसपी के साथ एयरपोर्ट व पीएम के प्रस्तावित रैली स्थल का निरीक्षण किया। रैली में आने वाले लोगों के लिए वाहनों के पार्किंग स्थलों का जायजा लिया 30 दिसंबर को सुरक्षा की दृष्टि से लखनऊ-गोरखपुर हाईवे बंद किया जा सकता है। रामपथ पर नयाघाट से श्रीराम अस्पताल तक सड़क के दोनों ओर के संपर्क मार्गों पर चौरिकेडिंग की जाएगी।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक आयोजन के दौरान इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के 165 डॉक्टर रामभक्तों की सेवा करेंगे। श्रीराम मंदिर ट्रस्ट की अपील पर आईएमए के डॉक्टरों ने सेवा करने की सहमति दी है। 15 से 30 जनवरी तक रोज चार-चार डॉक्टरों को ड्यूटी लगाई जा रही है। इस बड़े व भव्य आयोजन में देश-दुनिया के श्रद्धालुओं का जमावड़ा होगा। इस दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट लगातार प्रयास कर रहा है।
बताते चले कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 दिसंबर को छह वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखा सकते हैं. इनमें अयोध्या और दरभंगा से नई दिल्ली तक वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई जाने की उम्मीद हैं. ये दोनों ही लखनऊ होकर चलेंगी. इन दो रूटों के अलावा अमृतसर-दिल्ली, वैष्णो देवी-दिल्ली, कोयंबटूर-बेंगलुरु और जालना-मुंबई वंदे भारत को भी हरी झंडी दिखाए जाने की योजना है।