Thursday, November 21

जीतने के बाद सुनील दुआ गुट मना रहे जश्न! सदर बाजार व्यापार मंडल का बंसल गुट जा सकता है अदालत, चुनाव अधिकारी व डिप्टी रजिस्टार भी आ सकते है कार्रवाई की जद में

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मेरठ 25 जुलाई (प्र)। बीती 23 जुलाई को संपन्न हुए सदर बाजार व्यापार मंडल के प्रतिष्ठिा पूर्ण चुनाव में जीते सुनील दुआ गुट के समर्थन में आये परिणामों पर कस सकता है कानून का शिकंजा। क्योंकि हारे पराजित गुट के महामंत्री पद के उम्मीदवार अमित बंसल ने आरोप लगाया है कि जितने वोट पड़े उससे ज्यादा किस प्रकार निकले के साथ ही कई और भी आरोप चुनाव अधिकारी सुनील कुमार सिंह पर लगाये गये है।
बताते चले कि चुनाव से पूर्व भी मतदाता सूची में सदस्यों के दर्शाये गये नाम और संख्या को लेकर विवाद उछला था लेकिन जकीउद्दीन गुड्डू आदि के एतराज के बावजूद डिप्टी रजिस्टार चिटफंड सोसायटी ने उसका संज्ञान सही तरीके से नहीं लिया था। अब सदर व्यापार मंडल की कार्यकारिणी के चुनाव में चुनाव अधिकारी पर धांधली का आरोप लगाते हुए अमित बंसल गुट ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उक्त गुट ने मतदान से अधिक वोट मतपेटी में निकलने का जवाब मांगा और चुनाव को निरस्त करने की मांग की। इस मामले को मुख्यमंत्री से शिकायत करने का भी ऐलान किया।

बीते मंगलवार को वेस्ट एंड रोड स्थित ग्रांड कैसल में सदर व्यापार मंडल की कार्यकारिणी का चुनाव हुआ। चुनाव अधिकारी जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनील कुमार सिंह की देखरेख में हुआ। इस चुनाव में सुनील दुआ गुट का पूरा पैनल जीता। सुबह दस बजे से लेकर शाम चार बजे तक हुए मतदान की शुरूआत से लेकर मतदान संपन्न होने तक कई बार विवाद हुआ। असली विवाद तब हुआ जब जितने वोट पड़े उससे अधिक वोट मतपेटी में से निकले। इसको लेकर अमित बंसल गुट ने जमकर हंगामा किया था और चुनाव अधिकारी का घेराव किया था महामंत्री पद पर चुनाव लड़े अमित बंसल का आरोप है कि चुनाव अधिकारी ने इस चुनाव में जमकर धांधली कराई। जहां मतदान हुआ वहां उनके आग्रह करने के बाद किसी भी गुट के एजेंट को बैठने नहीं दिया। जहां मत पड़े वहां दोनों दरवाजे खुले थे। पीछे से आने से रोकने की व्यवस्था भी नहीं थी। यहीं से मतपत्र बदले गए। उनका कहना है कि चुनाव अधिकारी के अनुसार कुल मत 270 पड़े, लेकिन प्रबंधक पद पर दस वोट निरस्त होने के बाद भी एक प्रत्याशी को 145 व दूसरे को 127 वोट मिले। इस हिसाब से मतपेटी से 284 वोट कैसे निकले। तथा मतदाता सूची के अनुसार 399 बैलेट होने चाहिए थे, लेकिन चुनाव कराने वाली टीम करीब सात सौ बैलेट लेकर आई थी। अधिक बैलेट क्यों लाए गए। इसका जवाब भी चुनाव अधिकारी ने नहीं दिया।

खबर के अनुसार उन्होंने कहा कि उनके गुट के लोग डीएम से इस मामले की शिकायत करेंगे। यदि चुनाव निरस्त नहीं हुआ तो वे मुख्यमंत्री जी से भी शिकायत करेंगे। चुनाव अधिकारी सुनील कुमार सिंह का कहना है कि चुनाव में पूरी तरह से निष्पक्षता बरती गई है। चुनाव में धांधली के आरोप निराधार हैं। इसलिए चुनाव निरस्त होने का कोई सवाल ही नहीं होता।

स्मरण रहे कि यह तो बाजार संघ के चुनाव है पूर्व में मीडिया में विधायकों आदि के समर्थन में आये चुनाव परिणामों को लेकर मीडिया में प्रतिबंध से संबंध पढ़ने को मिलता रहा है इसलिए जानकारों का मौखिक रूप से कहना है कि अगर अमित बंसल गुट न्यायालय की शरण लेता है तो विजयी गुट पर प्रतिबंध और बैंक आदि के खाते फैंसला होने तक सील हो सकते है। होगा क्या नागरिकों के अनुसार वो तो दोनों गुटों के द्वारा अपनाई जा रही रणनीति और कार्रवाई के बाद ही स्पष्ट होगा। चुनाव परिणाम आने के बाद अभी सुनील दुआ गुट खामोश है।

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