मेरठ 04 सितंबर (प्र)। लोकसभा चुनाव के बाद राज्य सरकार ने आयोग, बोर्ड और प्राधिकरण के रिक्त पदों को भरने की कसरत तेज कर दी है। मंगलवार को 25 सदस्यीय प्रदेश महिला आयोग की घोषणा कर दी गई, जिसमें मेरठ की मीनाक्षी भराला और डा. हिमानी अग्रवाल को भाजपा के कोटे से, जबकि मनीषा अहलावत को रालोद के कोटे से स्थान दिया गया है। बिजनौर की दो और सहारनपुर की एक महिला सदस्य को टीम में स्थान मिला है। इससे पहले प्रदेश सरकार ने राज्य अनुसूचित आयोग और पिछड़ा आयोग की घोषणा किया, जिसमें पश्चिम उप्र को पूरी वरीयता मिली। ब्रज क्षेत्र की बबिता चौहान आयोग की अध्यक्ष होंगी।
महिला आयोग में शामिल मेरठ की तीनों महिलाएं उच्च शिक्षा प्राप्त हैं। 2005 से राजनीति में सक्रिय पल्लवपुरम निवासी मीनाक्षी भराला राजनीति विज्ञान में पीएचडी हैं। वो 2011 और 2016 में जिला पंचायत सदस्य रहने के साथ ही भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री भी रही हैं। 2024 में नोएडा विधानसभा की प्रभारी रहीं मीनाक्षी भाजपा के कई अन्य मिशनों से जुड़ी रही हैं। उनका नाम आयोग के लिए लंबे समय से चर्चा में था। 2017 में भाजपा में शामिल हुईं डा. हिमानी अग्रवाल ने अलीगढ़ मुस्लिम मेडिकल कालेज से एमडी रेडियोलोजी की पढ़ाई की है। वर्तमान में भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ की क्षेत्रीय संयोजक हैं। उनकी मां डा. सरोजिनी अग्रवाल दो बार विधान परिषद सदस्य रह चुकी हैं। कई सामाजिक एवं शिक्षण संस्थानों से जुड़ी डा. हिमानी आइएमए में भी अहम पदों पर रही हैं।
रालोद कोटे से मनीषा अहलावत
भाजपा की प्रदेश सरकार आयोगों में भी रालोद को पूरी तवज्जो दे रही है। अनुसूचित एवं पिछड़ा आयोग के बाद अब महिला आयोग में रालोद की मनीषा अहलावत को जगह मिली है। जार्जिया विश्वविद्यालय अटलांटा से एमबीए की पढ़ाई कर चुकीं मनीषा के पास सामाजिक एवं आर्थिक क्षेत्र में काम करने का 25 साल का अनुभव है। मनीषा के पिता चंद्रवीर सिंह 2007 से 2012 तक सरधना से विधायक रहे। वो 2022 में कँट विधानसभा से रालोद के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं। वहीं, बिजनौर से अवनि सिंह और संगीता जैन, जबकि सहारनपुर से सपना कश्यप को भी आयोग में स्थान मिला है।