न्यूयॉर्क, 24 नवंबर । अमेरिका के अल्बामा में बेहद दुर्लभ मामला सामने आया है। एक स्थानीय गर्भवती महिला के दो गर्भाशयों में अलग-अलग बच्चे पल रहे हैं। इस दुर्लभ स्थिति को ‘यूट्रस डिडेल्फिस (दोहरा गर्भाशय) नाम से जाना जाता है। दो कोख में अलग-अलग बच्चे पलने का मामला लगभग दो अरब में से किसी एक महिला में सामने आता है। अल्बामा की रहने वालीं केल्सी हैचर की चौथी गर्भावस्था की शुरुआत किसी अन्य सामान्य महिला की तरह हुई थी। उनके गर्भवती होने पर पति कॉलेब भी काफी खुश थे। हालांकि आठ सप्ताह बाद पहले अल्ट्रासाउंड ने माहौल अप्रत्याशित रूप से बदल गया। तकनीशियन ने दंपति को दो कोख में अलग-अलग बच्चे होने की जानकारी दी। उनके लिए यह जानकी बेहद चौंकाने वाली थी।
यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, पिछले साल अमेरिका में लगभग 36 लाख बच्चों का जन्म हुआ, लेकिन उनमें से केवल एक लाख 14 हजार बच्चे ही जुड़वां थे। जानकार बताते हैं कि गर्भवती केल्सी हैचर की शारीरिक स्थिति काफी दुर्लभ है। लगभग दो हजार में से एक महिला दोहरे गर्भाशय के जन्म लेती है।
केवल एक गर्भाशय से बच्चे का जन्म होता: डॉक्टरों के मुताबिक दोहरे गर्भाशय वाली कुछ महिलाओं में केवल एक गर्भाशय काम करता है जबकि दूसरा गर्भधारण नहीं कर सकता। लेकिन इस केस में मामला बिल्कुल विपरीत है।
मेडिकल शिक्षा में भी नहीं सिखाया जाता : बर्मिंघम में अल्बामा विश्वविद्यालय में महिला की प्रसूति विशेषज्ञ डॉ. श्वेता पटेल ने कहा, हम मेडिकल स्कूल में भी इसके बारे में नहीं सीखते क्योंकि यह एक दुर्लभ मामला है। पटेल ने कहा, चूंकि यह एक असामान्य परिस्थिति है, इसलिए हमारे पास उसकी प्रसव पूर्व देखभाल के लिए उतनी जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि हमें जुड़वां बच्चों के गर्भधारण की स्थिति में देखभाल की जानकारी है लेकिन यह मामला बिल्कुल अलग है। डॉक्टर ने बताया कि महिला के गर्भ में दोनों बच्चों का विकास बेहतर तरीके से हो रहा है।
बच्चे को लेकर दंपति उत्सुक: बच्चे तकनीकी रूप से जुड़वां हैं, लेकिन वे एक गर्भ साझा नहीं करते और एक-दूसरे को छू नहीं सकते। केल्सी हैचर कहती हैं कि क्या उनमें अन्य जुड़वां बच्चों की तरह बंधन होगा या वे सिर्फ भाई- बहन होंगे। उन्हें डॉक्टर ने प्रसव के लिए क्रिसमस की तारीख दी है लेकिन कैल्सी बच्चों को समय से पहले प्रसव की संभावना है।
प्रसव के लिए मेडिकल टीम पसोपेश में : मेडिकल टीम इस बात को लेकर निश्चित नहीं है कि क्या दोनों गर्भाशय एक ही समय में संकुचन करना शुरू कर देंगे या क्या बच्चे अलग-अलग पैदा होंगे। शायद एक बच्चे का जन्म पहले होगा। डॉ. श्वेता पटेल ने कहा कि शायद महिला को सी-सेक्शन की जरूरत पड़ेगी।
क्या है ‘यूट्स डिडेल्फिस: यूट्रस डिडेल्फिस को आमतौर पर दोहरा गर्भाशय कहा जाता है। यह गर्भावस्था संबंधी जटिलताओं और दर्दनाक माहवारी का कारण बन सकता है। कुछ लोग इसके इलाज के लिए सर्जरी करवाते हैं, लेकिन अधिकांश मामलों में उपचार की आवश्यकता नहीं होती। इस मामले में दोनों गर्भाशय गुहाएं सामान्य गर्भाशय से अधिक संकरी होती हैं और गर्भाशय की अपनी फैलोपियन ट्यूब और अंडाशय होता है।