Monday, June 16

नई शिक्षा नीति के तहत मेरठ कॉलेज कर रहा है शिक्षण एवं शोध में नवाचार

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मेरठ 23 मई (प्र)। मेरठ कॉलेज के रामकुमार गुप्ता सभागार में आज प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। प्रोफेसर चंद्रशेखर भारद्वाज प्रेस प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी मेरठ कॉलेज ने कहा कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का सत्र 21 मई को विधिवत समाप्त घोषित किया गया था। नवीन सत्र 2025. 26 मे अपनी बाहें खोल कर और 133 वर्षों के इतिहास को समेटे विश्व प्रसिद्ध संस्था मेरठ फसिज अमन मुख्य द्वार खोलकर आपके स्वागत हेतु तैयार है। अपनी राजनीतिक ऐतिहासिक सामाजिक एवं शैक्षिक गरिमामय परंपराओं के साथ अतीत और वर्तमान के स्वर्णिम मूल्यों की सवाहिका यह शिक्षण संस्था संकेत करती है कि छात्रों की समस्त भावी उपलब्धियों का मार्ग यहीं से गुजरता है।

मेरठ कॉलेज सैकड़ो ख्याति प्राप्त शिक्षा शास्त्री, राजनीतिक नेता, सैन्य एवं प्रशासनिक अधिकारी, न्याय एवं विधिवेत्ता एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी देकर वैश्विक स्तर पर अपनी उपयोगिता सिद्ध करता रहा है। अतः इस महान शिक्षण संस्था से विद्यार्थियों का जुड़ना, अध्ययन करना उपलब्धि के साथ ही अत्यंत गौरव का विषय है। कोई भी देश अपनी शिक्षा प्रणाली के दम पर मजबूत होता है शिक्षा व्यवस्था ही देश को महान और विकसित बनती है। सूचना और संचार से संबंधित नई तकनीक ने निरंतर ज्ञान के क्षेत्र में नए आयाम खोले हैं।

ज्ञान आधारित समाज में ज्ञान ही सबसे शक्तिशाली उपकरण है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की योजना और कार्यक्रम इन्हीं वैश्विक आवश्यकताओं और प्रतियोगिताओं के संदर्भ से जुड़ा है। मेरठ कॉलेज किसी भी अर्थ में किसी डीम्ड विश्वविद्यालय से कमतर नहीं है।

यहां 29 विभागों में स्नातक, परास्नातक एवं शोध कार्य वर्तमान में संचालित है। महाविद्यालय में शोध का स्तर इसी एक तथ्य से जाना जा सकता है कि यहां 87 जेआरएफ छात्र अपनी पीएचडी पूरी कर रहे है। यहां उल्लेखनीय तथ्य है कि महाविद्यालय की दो छात्राएं कीर्ति त्यागी एवं रिया अरोड़ा हाल ही में अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में फुल स्कॉलरशिप पर शोध कार्य करने के लिए चयनित हुई है। प्रत्येक वर्ष प्रशासनिक सेवाओं में एवं नेट जैसी परीक्षाओं में दर्जनों विद्यार्थी सफलता प्राप्त करते हैं।
मेरठ कॉलेज में इस समय उच्च शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दिए गए 35 शोध प्रोजेक्ट चल रहे है, जिसमें 75 लख रुपए महाविद्यालय को प्राप्त हुए हैं। भारत सरकार की डीबीटी स्टार कॉलेज योजना के तहत पिछले वर्षों में 104 लाख रुपए की धनराशि मेरठ कॉलेज को प्राप्त हुई है और वर्तमान में 96 लख रुपए की धनराशि की स्वीकृति और प्राप्त हुई है।

हाल ही में डिपामेंट आफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के द्वारा 18 लाख रुपए का एक शोध प्रोजेक्ट महाविद्यालय को मिला है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मेरठ कॉलेज को एक इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट सेल से संबंधित अनुदान भी प्राप्त हुआ है।
मेरठ कॉलेज राजभवन के निर्देशन में नैक मूल्यांकन के लिए भी युद्ध स्तर पर तैयार है। मेरठ कॉलेज उत्तर प्रदेश के उन गिने-चुने कॉलेज में है जिन्होंने नैक मूल्यांकन से संबंधित अपना एक पोर्टल भी विकसित किया है। वर्तमान में मेरठ कॉलेज के विभिन्न संस्थाओं, कंपनियों से 18 एम ओ यू अस्तित्व में है। नई शिक्षा नीति 2020 के लागू होते ही मेरठ कॉलेज ने विभिन्न विषयों में 20 से भी अधिक वोकेशनल कोर्स निर्मित किये और सफलतापूर्वक संचालित किए। सरकार के उन्नत भारत अभियान के तहत आईआईटी रुड़की एवं आईआईटी दिल्ली ने मेरठ कॉलेज को ऊपर के पांच स्थानों में रखा है। इसके अलावा मेरठ कॉलेज में एक स्टार्ट अप इनक्यूबेशन सेंटर भी लॉन्च किया गया है।

खेलों के क्षेत्र में भी मेरठ कॉलेज ने अनेक राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दिए हैं। यहां तक की मेरठ कॉलेज के खिलाड़ियों ने ओलंपिक खेलों में भी हिस्सेदारी की है और मेडल जीते हैं। हाल ही में ओलंपियन पारूल चौधरी एवं अन्नू रानी जो कि मेरठ कॉलेज की छात्रा है उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा डीएसपी के पद पर नामित किया गया है मेरठ कॉलेज में शिक्षा को एक संपूर्ण समग्र अभ्यास माना जाता है। यहां शिक्षा का उद्देश्य युवा शक्ति को यथोचित मार्गदर्शन देना है ताकि वह जीवन में सफलता प्राप्त कर सकें और अच्छे नागरिक बनें।

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