मेरठ 15 नवंबर (प्र)। कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई के गुर्गों राजस्थान निवासी राहुल कुमार और महेंद्र कुमार के फर्जी पासपोर्ट वेरीफकेशन में मेरठ कंकरखेड़ा थाने के 2 सिपाहियों की लापरवाही साबित हो गई। जिसके बाद एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने दोनों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया है। मेरठ से बनवाए गए पासपोर्ट पर ही लॉरेंस के दोनों गुर्गे दुबई भाग गए थे।
गुजरात की साबरमती जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई के गुर्गे श्रीडूंगरगढ़ बीकानेर राजस्थान निवासी राहुल कुमार पुत्र चेतन लाल और महेंद्र कुमार पुत्र खजोहर लाल के खिलाफ करोड़ों रुपये की रंगदारी मांगे जाने का मुकदमा दर्ज हुआ था। राहुल और महेंद्र के पीछे बीकानेर क्राइम ब्रांच लगी तो दोनों आरोपी फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दुबई भाग गए।
जांच में सामने आया कि दोनों के पासपोर्ट कंकरखेड़ा श्रद्धापुरी के पते पर बनवाए गए। बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ थाना पुलिस ने इस मामले में कंकरखेड़ा के सुभाषपुरी में साइबर कैफे और गाजियाबाद पासपोर्ट ऑफिस के पास कैफे चलाने वाले राजू को गिरफ्तार किया।
राजू ने बताया कि उसने ही दोनों के श्रद्धापुरी के फर्जी पते पर फर्जी आधार कार्ड समेत कई अन्य दस्तावेज बनवाए थे। इसके बाद उसने दोनों के तत्काल पासपोर्ट का आवेदन कर दिया।
लॉरेंस के दोनों गुर्गे सात दिन तक मेरठ में ही रहकर अपना काम कराकर निकल गए। दोनों को राजू वैध ने ही रुकवाया था। कंकरखेड़ा पुलिस ने भी बिना मौके पर जाए दोनों की रिपोर्ट का वेरीफिकेशन कर दिया। इसके चलते तत्काल में पासपोर्ट मिलते ही दोनों दुबई फरार हो गए। सुबूत जुटाने के लिए श्रीडूंगरगढ़ पुलिस ने राजू को तीन दिन के रिमांड पर लिया।
इसके बाद पुलिस ने कंकरखेड़ा थाने से लगाई गई रिपोर्ट और फर्जी दस्तावेजों एकत्र किए। राजू के गाजियाबाद ऑफिस में कंप्यूटर से भी दस्तावेज एकत्र किए गए।
लॉरेंस के गुर्गों ने जिस पते पर पासपोर्ट का आवेदन किया, दरअसल वो कहीं था ही नहीं। इस मामले में कंकरखेड़ा पुलिस ने आंख मूंदकर रिपोर्ट लगा दी। इस पूरे मामले में सिपाही संदेश शर्मा और सिपाही धीरज की लापरवाही सामने आई। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने दोनों के खिलाफ जांच बिठा दी थी। रिपोर्ट में दोनों के खिलाफ सुबूत मिलने पर एसएसपी ने उनको सस्पेंड कर दिया है। अभी जांच जारी है। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।