Monday, August 11

भाकियू का ट्रैक्टर तिरंगा मार्च, कमिश्नरी पर डेरा डाला, कई मुददों को लेकर धरने पर बैठे

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मेरठ, 11 अगस्त (प्र)। भारतीय किसान यूनियन के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने आज मेरठ कमिश्नरी पर डेरा डाल दिया। गन्ना भुगतान, स्मार्ट मीटर, सिंचाई समस्याओं और भ्रष्टाचार के मुद्दों को लेकर किसान धरने पर बैठे रहे। धरना स्थल पर किसानों ने माहौल को जोश और लोक रंग से भरने के लिए रागिनी गायन किया। रागिनी में किसानों की समस्याएं और प्रशासन से नाराजगी झलक रही थी। सिर्फ आवाज ही नहीं, पेट भरने की भी व्यवस्था रही। कार्यक्रम में भंडारा और लंगर का आयोजन किया गया। भाकियू हस्तिनापुर की सिख समुदाय ने लंगर सेवा संभाली, जबकि अन्य तहसीलों से आए किसानों ने भंडारे की व्यवस्था की। जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने चेतावनी दी कि जब तक प्रशासन किसानों की मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं करता, धरना जारी रहेगा। सुरक्षा व्यवस्था के लिए मौके पर भारी पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी के नेतृत्व में आज किसानों ने ट्रैक्टर तिरंगा मार्च निकाला और मेरठ कमिश्नरी पर पहुंचकर घेराव किया। इस दौरान भाकियू व किसान कार्यकर्ता ट्रैक्टर ट्रॉलियों में सवार होकर कमिश्नरी पहुंचे। यहां पुलिस द्वारा रोके जाने पर किसान व कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई।

जिलाध्यक्ष ने कहा कि तीनों तहसीलों से किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में तिरंगा लगाकर आए और कार्यक्रम स्थल पर भंडारे व लंगर की व्यवस्था की। मार्च का उद्देश्य पिछले महीने 9 जुलाई को अपर मंडलायुक्त अमित कुमार को दिए गए 150 बिंदुओं वाले ज्ञापन पर कार्रवाई न होने के विरोध में है।

किसानों का कहना है कि ज्ञापन के किसी भी बिंदु पर समाधान नहीं हुआ और न ही अधिकारियों से कोई ठोस आश्वासन मिला। आंदोलन में गन्ना भुगतान, सिंचाई विभाग में अनियमितताएं, तहसील में भ्रष्टाचार, गन्ना मूल्य का बकाया, और ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर लगाने जैसे मुद्दे प्रमुख रहे। अनुराग चौधरी ने कहा कि किसानों को फसल का उचित दाम और समय पर भुगतान नहीं मिल रहा है, ऐसे में एडवांस रिचार्ज वाला स्मार्ट मीटर लगाना किसानों के साथ अन्याय है। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक समस्याओं का समाधान नहीं होगा, कमिश्नरी पर पंचायत और आंदोलन जारी रहेगा।

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