Thursday, July 31

मेरठ में अभी 5 दिन ओर बढ़ेगी गर्मी, 14 जून के बाद बदलेगा मौसम

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मेरठ 09 जून (प्र)। मेरठ में लोगों का गर्मी से बुरा हाल हो गया है। रविवार को तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले 5 दिन तक गर्मी का अहसास ओर बढ़ेगा। पारा 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
जून के महीने में रविवार का दिन सबसे गर्म रहा। जिस तरह से गर्मी अपना असर दिखा रही है, उसके चलते संभावना है कि तापमान दो से तीन डिग्री तक बढ़ सकता है। राजकीय मौसम विभाग कार्यालय पर रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 40.7 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 55 एवं न्यूनतम आर्द्रता 33 प्रतिशत दर्ज की गई।

पछुआ हवा ने मंद की मानसून की रफ्तार
11 दिनों से मानसून की रफ्तार पर ब्रेक लगा हुआ है। यह महाराष्ट्र से आगे नहीं बढ़ा है। पाकिस्तान का बलूचिस्तान और भारत का रेगिस्तान क्षेत्र में प्रचंड गर्मी की चपेट में है। इन्हीं क्षेत्रों से आ रही प्रबल पश्चिमी हवा ने मानसून को आगे बढ़ने से रोक रखा है। वहीं, एनसीआर और उप्र के इलाकों में भी गर्मी बढ़ गई है। रविवार को अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 40.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। यह स्थिति आगामी पांच से छह दिनों तक रहेगी। 12 जून से मानसून के आगे बढ़ने की संभावना है। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय स्थित मौसम विभाग कार्यालय के प्रभारी अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि शुष्क मौसम को देखते हुए किसानों को सिंचाई का उचित प्रबंध करना चाहिए। क्योंकि तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या इसके आसपास बना रहेगा।

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही के अनुसार मौसम में अभी गर्मी का असर जारी रहेगा। ऐसे में बच्चों और बुजुर्गों को सावधानी बरतने की जरूरत है। 14 जून के बाद मौसम के मिजाज में बदलाव की संभावना है।

गर्मी में हवा की गुणवत्ता खराब
गर्मी में भी वायु की गुणवत्ता खराब हो रही है। कई जगह धूल भरी हवाओं तो कहीं फैक्ट्रियों और वाहनों से निकलने वाली दूषित गैसें इसका कारण बनी हुई हैं। मेरठ देश के प्रथम चार प्रदूषित शहरों में चौथे नंबर पर रहा। वहीं प्रदेश में तीसरा सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा। यहां पर शाम चार बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 201 मापा गया।
असम के सिलिगुड़ी को छोड़ दें तो शेष क्षेत्र एनसीआर के हैं। वहीं हापुड़ 201 सबसे ज्यादा प्रदूषित यहां 198 एक्यूआइ 255 तक पहुंच गया। शाम पांच बजे गंगानगर में एक्यूआइ 285 तक पहुंच गया।

हापुड़ 255
सिलिगुड़ी 216
बागपत 206
मेरठ 201
दिल्ली 198

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