मेरठ, 19 नवंबर (प्र)। अंग्रेजों के जमाने से शहर का प्रतिष्ठित मेरठ कॉलेज शीघ्र ही नए रूप में दिखाई देगा। कॉलेज को नया कलेवर देने के लिए प्रबंध समिति आय में बढ़ोतरी करेगी। डिपार्टमेंट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज में बीसीए का नया कोर्स शुरू किया जाएगा। बकाया वसूली करके रेंटल इनकम को बढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही कॉरपोरेट जगत से चंदा लेकर और सांसद व विधायक निधि के फंड से मेरठ कॉलेज में कार्य कराए जाएंगे।
मेरठ कॉलेज प्रबंध समिति के सचिव विवेक गर्ग ने गत दिवस पत्रकार वार्ता में कॉलेज के विकास के लिए अभी तक किए गए कार्यों और भविष्य की कार्ययोजना पेश की। उन्होंने बताया कि कॉलेज की वार्षिक आय लगभग पांच करोड़ रुपये है। इसमें आधी आय डिपार्टमेंट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज से होती है और ढाई करोड़ रुपये रेंटल इनकम से आते हैं। इसलिए डिपार्टमेंट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज को अपग्रेड करके आय बढ़ाई जाएगी। सत्र 2025-26 से नया बीसीए कोर्स शुरू किया जाएगा। रेंट के बकाया 50 लाख रुपये वसूले जाएंगे। विक्टोरिया पार्क में क्रिकेट मैदान, स्वीमिंग पूल, बैडमिंटन एकेडमी में सुविधा बढ़ाकर भी आय बढ़ाई जाएगी। पुराने अनुबंध नवीनीकृत होंगे। कॉलेज का सीएसआर, 80जी और दर्पण एप पर पंजीकरण कराया गया है। सीएसआर से कॉरपोरेट सहायता मिलेगी तो दर्पण एप पंजीकरण से विधायक-सांसद निधि से फंड मिल सकेगा। इसे कॉलेज के विकास में लगाया जाएगा।
महाविद्यालय को मिलेगा नया कलेवर
सचिव विवेक गर्ग ने कहा कि उनकी योजना मेरठ कॉलेज को नया कलेवर देने की है। कॉलेज में दो नए टॉयलेट ब्लॉक बनाएंगे। कूड़ा उठाया जा रहा है। कैंपस में बिना अनुमति कोई वाहन प्रवेश नहीं कर सकेगा। कार की नई पार्किंग बनाई गई है। ओपन थिएटर शुरू किया जा रहा है। इसमें कॉरपोरेट इवेंट भी आयोजित हो सकेंगे। कॉलेज के मुख्य द्वार को नया रूप दिया जा रहा है। गर्ल्स हॉस्टल शुरू कर दिया गया है। अगले सत्र से ब्वॉयज हॉस्टल शुरू करने पर विचार हो रहा है। पुराने भवनों को ठीक कराकर अन्य उपयोग में लाया जाएगा।
नेचर ऑफ हैरिटेज वॉक शुरू कराएंगे
उन्होंने कहा कि कॉलेज भवन 100 वर्ष से अधिक पुराना है। इसलिए कॉलेज में नेचर ऑफ हैरिटेज वॉक शुरू कराया जाएगा। कॉलेज में पुरानी प्रजातियों के पेड़ हैं। पुराने भवन और पेड़ देखने के लिए लोग आएंगे। कॉलेज में पुष्प प्रदर्शनी भी लगवाई जाएगी। इससे धीरे-धीरे करके कॉलेज को नया लुक मिलेगा।
नगर निगम से मांगा जा रहा गंगाजल
सचिव ने कहा कि नगर निगम से गंगाजल का कनेक्शन लिया जा रहा है। इसे पानी की टंकी से जोड़ेंगे और पूरे कॉलेज में गंगाजल उपलब्ध होगा। सीवरेज कनेक्शन लिया जा रहा है। दस रेन वाटर हार्वेस्टिंग नए सिरे से लगवाए जाएंगे।
जफरवाला बाग बना स्वामी विवेकानंद परिसर
विवेक गर्ग के अनुसार, मेरठ कॉलेज का कैंट क्षेत्र में 40 हजार वर्ग मीटर का जफरवाला बाग है। इस बाग का नाम अब स्वामी विवेकानंद परिसर कर दिया गया है। इसकी चहारदीववारी करके गेट लगा दिया गया है। इस परिसर में एनएसएस और रोवर-रेंजर का परेड ग्राउंड बनाया जा रहा है। मूट कोर्ट को मेरठ कॉलेज ऑडिटोरियम में बदला जाएगा। इससे उन्हें आयोजनों के लिए दिया जा सकेगा और कॉलेज की आय में बढ़ोतरी होगी।