मेरठ, 06 मई (प्र)। शासन ने डायल 112 पुलिस को अब ओर हाईटेक बना दिया है। दरअसल, कही भी दंगे, पथराव या उपद्रव होने पर सबसे पहले डायल 112 पुलिस मौके पर पहुंचती हैं। मौके पर पहुंचकर डायल 112 गाड़ी पर तैनात पुलिस कर्मचारियों को मोबाइल फोन से वीडियो रिकॉर्डिंग करनी पड़ती थी, लेकिन अब शासन ने मेरठ पुलिस को 13 नई गाड़ी उपलब्ध कराई है, जिसमें चार थानों को अत्याधुनिक कैमरों की सुविधा से लैस हुई डायल 112 गाड़ी उपलब्ध कराई है।
जिससे अब सभा या उपद्रव, पथराव वाले क्षेत्र में पहुंचकर गाड़ी में बैठे-बैठे ही पुलिसकर्मी घटनास्थल की वीडियो रिकॉर्डिंग कर सकते हैं। इतना ही नहीं यह सब गाड़ियां लखनऊ से अटैच की गई है। जो घटनास्थल की ऑनलाइन वीडियो रिकॉर्डिंग करेगी। लखनऊ में बैठे हुए अफसर वहीं बैठे-बैठे घटनाक्रम देख सकते हैं। शासन ने डायल 112 को मेरठ जिले में 13 नई स्कॉर्पियो उपलब्ध कराई है।
जिसमें थाना लोहियानगर, ब्रह्मपुरी, नौचंदी और थाना कंकरखेड़ा क्षेत्र को अत्याधुनिक कैमरों की सुविधा से लैस स्कॉर्पियो गाड़ियां दी है। जिसमें चार-चार कैमरे गाड़ी की छत पर लगाए गए हैं। जो 360 डिग्री घूमकर रिकॉर्डिंग करने में सक्षम है। साथ ही यह ऑनलाइन रिकॉर्डिंग प्रदेश मुख्यालय लखनऊ से अटैच की गई है। हाइवे पर या अन्य क्षेत्र में कहीं भी कोई झगड़ा, पथराव या उपद्रव होता है
तो डायल 112 की यह गाड़ियां मौके पर पहुंच जाएगी और गाड़ी के अंदर पुलिसकर्मी बैठे-बैठे सब रिकॉर्डिंग करते रहेंगे। अब पुलिस कर्मियों को मोबाइल से रिकॉर्डिंग करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
डायल 112 के प्रभारी बलराम सिंह ने बताया झगड़ा या उपद्रव के दौरान यह गाड़ियां बेहतर साबित होगी। रिकॉर्डिंग के आधार पर पहचान किए जाने पर उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
डायल 112 गाड़ी के कैमरों के कनेक्शन लखनऊ मुख्यालय से कनेक्ट हैं। लखनऊ में बैठे अफसर ऑनलाइन वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से सभी घटनाक्रम देख सकेंगे।
फिलहाल मेरठ के थाना लोहियानगर, नौचंदी, ब्रह्मपुरी और कंकरखेड़ा आदि चार थानों को अत्याधुनिक कैमरा की सुविधा से लैस डायल 112 गाड़ी उपलब्ध कराई गई है।
डायल 112 प्रभारी बलराम सिंह का कहना है कि उपद्रवियों पर शिकंजा कसने के लिए गाड़ियों के ऊपर कैमरे लगाए गए हैं। घटनाक्रम की या किसी भी सभा की पूरी रिकॉर्डिंग करने के लिए यह कैमरे पूरी तरह सक्षम है। इन कमरे में हुई रिकॉर्डिंग के आधार पर आरोपियों की पहचान बेहतर तरीके से की जा सकती है।
गाड़ी के अंदर भी लगा है डिस्प्ले
डिस्प्ले भी गाड़ी के अंदर लगी हुई हैं। जिसमें सब रिकॉर्डिंग दिखाई देगी। बेहतर रिकॉर्डिंग करने के लिए डिस्प्ले लगाई गई हैं। जिसमें पुलिस कर्मचारी वीडियो देखता रहेगा और आवश्यकतानुसार कैमरों को घुमाया भी जा सकता है।