Tuesday, December 24

पांच साल के लिए वैध हो नर्सिंग होम का पंजीयनः आइएमए

Pinterest LinkedIn Tumblr +

मेरठ 02 सितंबर (प्र)। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन व एकेडमी आफ मेडिकल स्पेशियलिटीज की नेशनल नार्थ जोन कांफ्रेंस का आयोजन रविवार को आइएमए मेरठ शाखा ने आइएमए सभागार में किया। आइएमए के प्रदेश अध्यक्ष डा. एमएम पालीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमारी वर्षों पुरानी मांग मान ली है। अब क्लीनिक, नर्सिंग होम, पैथालाजी सेंटर का पंजीयन पांच साल के लिए वैध होगा। पांच साल की अवधि में पंजीयन का नवीनीकरण कराना होगा। जल्द ही इस संबंध में शासनादेश जारी हो जाएगा।

आइएमए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अभी तक हर साल पंजीयन नवीनीकरण कराना होता था। इसमें दो महीने लगते थे। सभी एनओसी के लिए विभागों के चक्कर काटने पड़ते थे। 16 अगस्त को मुख्यमंत्री से प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। उनसे तीन प्रमुख मांगे रखीं। पहली पंजीयन अवधि पांच साल करने की थी। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया है कि इस संबंध में जल्द शासनादेश जारी होगा। दूसरी मांग पंजीयन प्रक्रिया के सरलीकरण की थी। जिसे भी मान लिया गया है। एक ही कागज पर अस्पताल, क्लीनिक में उपलब्ध सुविधाएं बतानी होगी। हाई कोर्ट का आदेश भी यही है। तीसरी मांग 20 मई 2013 में लागू मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को प्रभावी करने की रखी गई।

डा. पालीवाल के मुताबिक मुख्यमंत्री ने आइएमए से एक्ट की एक-एक काफी सभी जनपदों के डीएम और एसएसपी को उपलब्ध कराने के लिए कहा है। मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट में डाक्टर या स्टाफ के साथ मारपीट करने व तोड़फोड़ करने पर तीन साल की सजा, सामान के नुकसान पर तीन गुना जुर्माना लगाने और जुर्माना न देने पर छह माह की सजा का प्रविधान है। आइएमए एएमएस मुख्यालय की चेयरमैन डा. नोमिता शिव गुप्ता, सचिव डा. श्रीरंग अकबरी, सीएमओ डा. अशोक कटारिया, यूपी स्टेट सचिव आइएमए एएमएस डा. मंदीप सिंह, आइएमए अध्यक्ष मेरठ डा. संदीप जैन, सचिव डा. तरुण गोयल समेत उत्तर भारत के विभिन्न जनपदों के करीब 200 से ज्यादा चिकित्सक मौजूद रहे।

ब्रांच लेवल पर आइएमए बनाएगी टास्क फोर्स
कोलकाता की घटना को लेकर आइएमए के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि डाक्टरों की सुरक्षा के लिए आइएमए प्रतिबद्ध है। हर जनपद में डाक्टरों की एक टास्क फोर्स बनाई जाएगी। जो किसी नर्सिंग होम, पैथालाजी सेंटर में हंगामा होने पर पहुंचेगी और मामले को सुलझाने का प्रयास करेगी। मेरठ में टास्क फोर्स गठित हो गई है। इसमें 60 डाक्टर सदस्य हैं। सेंट्रल मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट की मांग कर रहे हैं। प्राइवेट अस्पतालों में भी मरीज के साथ एक तीमारदार का पास की व्यवस्था कराने पर विचार किया जाएगा।

प्रोटेक्शन एक्ट लागू करे सरकार : डा. शरद
देर शाम आइएमए एएमएस की नेशनल नार्थ जोन कांफ्रेस में पहुंचे आइएमए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. शरद अग्रवाल ने कहा कि केंद्र सरकार से केंद्रीय मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की जा रही है। जब तक यह लागू नहीं होगा डाक्टरों को भयमुक्त वातावरण में काम करना मुश्किल है। उप्र सरकार ने मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को क्रियान्वित करने और क्लीनिक नर्सिंग होम का रजिस्ट्रेशन पांच साल के लिए वैध करने की मांग मान ली है। उन्होंने आइएमए भवन की दूसरी मंजिल पर नवनिर्मित हाल का शुभारंभ भी किया। इस मौके पर आइएमए के प्रदेश त मेरठ के पदाधिकारी मौजूद रहे।

डा. हिमानी और डा. पीके गुप्ता को डा. एपीजे आदुल कलाम अवार्ड
कांफ्रेंस में रात को आइएमए का वार्षिक अवार्ड समारोह हुआ। जिसमें डा. हिमानी अग्रवाल और डा. पीके गुप्ता को डा. एपीजे अब्दुल कलाम मेमोरियल अवार्ड प्रदान किया गया। विभिन्न श्रेणियों में 2023-24 के लिए आइएमए रतन अवार्ड डा. विजय सिंह, डा. अर्चना गोयल, डा. सुमित उपाध्याय, डा. निषि गोयल, डा. आरपी मिश्रा डा. वीके गुप्ता, डा. मोनिका तोमर, डा. अमित जैन, डा सौरभ अग्रवाल, डा. आज रस्तोगी डा. मनीषा त्यागी, डा. तरुण गोयल, डा. नेहा मलिक, डा. आशु मित्तल, डा. शिशिर जैन का दिया गया। प्रेसीडेंट ओशिएशन अवार्ड डा. अमित उपाध्याय, डा. अंबेश पवार, डा. जेवी चिकारा, डा. ऋषि भाटिया, डा. शांति स्वरूप, डा. संदीपा अग्रवाल, डा. शालिनी गर्ग, डा. नवनीत गर्ग, डा. सुनील कुमार जैन, डा. राजीव प्रकाश समेत अन्य चिकित्सकों को दिया गया।

Share.

About Author

Leave A Reply